एलआईसी (LIC) की इंश्योरेंस पॉलिसीज सुरक्षित भविष्य की गारंटी मानी जाती हैं। खास बात ये है कि एलआईसी द्वारा देश के हर वर्ग के लिए इंश्योरेंस पॉलिसी उपलब्ध हैं। अपनी जरुरत के हिसाब से व्यक्ति पॉलिसी लेकर अपना भविष्य कुछ हद तक सुरक्षित कर सकता है। ऐसी ही एक पॉलिसी ही जीवन रक्षक पॉलिसी। बता दें कि यह पॉलिसी कम आयवर्ग के लोगों के लिए काफी उपयोगी है। जीवन रक्षक प्लान एक नॉन लिंक सहभागिता प्लान है, जो सुरक्षा और बचत दोनों की सुविधा देता है।
क्या है जीवन रक्षक प्लानः मान लीजिए यदि कोई व्यक्ति 25 साल की उम्र में 20 साल के लिए जीवन रक्षक पॉलिसी लेता है तो उसे 2 लाख रुपए की एकमुश्त राशि मिलेगी। वहीं यदि पॉलिसीधारक की किसी दुर्घटना में आकस्मिक मौत हो जाती है तो भी पॉलिसीधारक के नॉमिनी को भी एकमुश्त 2 लाख रुपए की राशि मिलेगी। गौरतलब है कि एलआईसी के जीवन रक्षक प्लान सिर्फ 31 अक्टूबर तक ही उपलब्ध है। इसके बाद LIC इस पॉलिसी को बंद कर देगा। ऐसे में यदि आप यह प्लान लेने के इच्छुक हैं तो आपको 31 अक्टूबर से पहले यह पॉलिसी लेनी होगी।
प्रीमियमः LIC की जीवन रक्षक पॉलिसी लेने के पहले साल में पॉलिसीधारक को 4.5% टैक्स के साथ प्रीमियम का भुगतान करना पड़ेगा। पहले साल वार्षिक प्रीमियम 7092 रुपए, अर्द्धवार्षिक प्रीमियम 3584 रुपए, त्रैमासिक प्रीमियम 1811 रुपए, मासिक प्रीमियम 604 रुपए और प्रतिदिन का प्रीमियम 19 रुपए देना होगा। पहले साल के बाद प्रीमियम पर टैक्स घटकर 2.25% हो जाएगा, जिसके चलते प्रीमियम की राशि भी वार्षिक, अर्द्धवार्षिक, त्रैमासिक और मासिक आधार पर कुछ घट जाएगी।
पॉलिसीधारक को कुल 138952 रुपए बतौर प्रीमियम भुगतान करना होगा। पॉलिसी की मैच्योरिटी पर कुल रिटर्न 2 लाख + 34 हजार लॉयल्टी एडीशन के मिलेंगे। इस तरह पॉलिसीधारक को कुल 2,34,000 रुपए मिलेंगे।
पेंशन की भी मिलेगी सुविधाः यदि पॉलिसीधारक मैच्योरिटी के बाद एकमुश्त रकम ना लेकर पेंशन लेना चाहता है तो यह विकल्प भी मौजूद है। पॉलिसीधारक को 46 साल की उम्र के बाद पेंशन मिलनी शुरु हो जाएगी। पेंशन के तौर पर पॉलिसीधारक को सालाना 14950 रुपए मिलेंगे।
दुर्घटना में मौत होने की स्थिति में मिलेगी वित्तीय सहायताः बता दें कि जीवन रक्षक पॉलिसी लेने वाले पॉलिसीधारक की यदि आकस्मिक मृत्यु हो जाती है तो इस पॉलिसी के तहत नॉमिनी को वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है। वहीं पॉलिसी की परिपक्वता के समय पॉलिसीधारक को एकमुश्त राशि मिलती है। बता दें कि पॉलिसीधारक की मौत हो जाने पर पॉलिसीधारक के परिजनों को मूल बीमा राशि या फिर वार्षिक प्रीमियम की 10 गुना राशि या फिर मौत होने तक चुकाए गए प्रीमियम का 105% में से जो भी ज्यादा होगा, उसका भुगतान किया जाता है।