Learning License Test: लर्निंग लाइसेंस के लिए लिखित परीक्षा की बजाए कंप्यूटर पर टेस्ट देना होता है। कई राज्य लर्निंग लाइसेंस के लिए टेस्ट लेते हैं तो कई राज्य बिना टेस्ट लिए ही सिर्फ आवेदन और दस्तावेजों के आधार पर ही लाइसेंस जारी कर देते हैं।

लर्निंग लाइसेंस टेस्ट से पहले लोगों के मन में कई तरह के सवाल होते हैं। अक्सर लोगों को इस बात की जानकारी नहीं होती कि ये टेस्ट किस तरह का होता है और इसमें क्या-क्या सवाल पूछे जाते हैं। जानकारी के अभाव में लोग बिना तैयारी के ही टेस्ट देने पहुंच जाते हैं। इसका नुकसान यह होता है कि वे टेस्ट में फेल हो जाते हैं और उन्हें एक हफ्ते बाद फिर से बुलाया जाता है।

अगर आप भी लर्निंग लाइसेंस के लिए टेस्ट देने वाले हैं या लर्निंग लाइसेंस के लिए अप्लाई करने की तैयारी में हैं तो आपके लिए जानना जरूरी हो जाता है कि इस टेस्ट में किस तरह के सवाल पूछे जाते हैं और इसका पूरा प्रॉसेस क्या होता है।

हम आपको बता दें कि आपको टेस्ट देने के साथ-साथ अपने पूरा दस्तावेजों को आरटीओ दफ्तर (जहां आपने अप्लाई किया हो) लेकर जाने होते हैं। मसलन फॉर्म-1ए, एड्रेस प्रूफ, आपकी डेट ऑफ बर्थ बताने वाला कोई दस्तावेज। आपको ऑरिजनल के साथ-साथ फोटो कॉपी भी लेकर जानी होती है।

इसके बाद आपका आरटीओ दफ्तर में ही कंप्यूटर पर टेस्ट होता है। इसमें कम से कम 15 सवाल आपसे पूछे जाते हैं जिसमें से आपको 10 के सही जवाब देने होते हैं। ये सवाल ट्रैफिक सिग्नल और रोड पर किस तरह की सेफ्टी का ख्याल रखना चाहिए उनसे जुड़े होते हैं। टेस्ट बेहद ही आसान होता है लेकिन आपको सोच समझकर जवाब देना होगा। अगर आप टेस्ट में पास हो जाते हैं तो आपको तुरंत के तुरंत एक लर्निंग लाइसेंस की स्लिप दे दी जाती है।