कड़ाके के जाड़े वाला मौसम नजदीक ही है। हल्की-हल्की ठंड भी अभी से हो रही है। ऐसे में कई लोग सर्दियों की तैयारियां कर रहे हैं। वे गर्म पानी के लिए इलेक्ट्रिक उपकरण ले रहे हैं। पर अधिकतर इस भ्रम हैं कि वे गीजर (वॉटर हीटर) चुनें या फिर इमर्शन रॉड। आप इस उलझन में न फसें, इसलिए आज हम आपको इन दोनों ही उपकरणों के फायदे-नुकसान बताएंगे, जिससे आप आसानी से फैसला ले सकते हैं कि इनमें से आपको क्या खरीदना है।
आमतौर पर ज्यादातर लोग गीजर के मुकाबले इमर्शन रॉड ही चुनते हैं, क्योंकि यह उसकी तुलना में सस्ता विकल्प होता है। मगर गीजर के अपने अलग फायदे होते हैं। इमर्शन रॉड 300 से 600 रुपए में मिल जाती है, जबकि गीजर इससे थोड़ा महंगा पड़ता है। आपको तीन हजार रुपए से लेकर 20 हजार के बीच में अच्छा गीजर मिल जाएगा।
हालांकि, मोबिलिटी के मामले इमर्शन रॉड अधिक कारगर होगी क्योंकि उसे आप कभी भी शिफ्ट और ले जा सकते हैं, जबकि गीजर में यह सुविधा नहीं होती। उसका सेट-अप एक जगह से हटाकर दूसरी जगह ले जाना काफी मुश्किल काम है। जहां तक जल्दी पानी गर्म करने का सवाल है, तो रॉड की तुलना में गीजर से पानी जल्दी गर्म हो जाता है।
अब आती है बात सुरक्षा के दृष्टिकोण की। इमर्शन रॉड इस मामले में बिल्कुल भी सेफ नहीं है। खासकर छोटे बच्चों और बुजुर्गों के लिए। गीजर में आपका काम सिर्फ एक बटन दबाने पर हो जाता है, जबकि इमर्शन रॉड में बाल्टी में पानी भरने और रॉड सेट करने का झंझट होता है।
जानिए, इमर्शन रॉड से कैसे बेहतर है इलेक्ट्रिक हीटर?
– इमर्शन रॉड के जरिए पानी समान रूप से गर्म नहीं होता है।
– गीजर के मुकाबले यह पानी गर्म करने में अधिक वक्त लेती है।
– एक समय पर आप इमर्शन रॉड से आप सीमित मात्रा में पानी गर्म कर सकेंगे। पर इलेक्ट्रिक वॉटर हीटर में आप अधिक गर्म और गुनगुने पानी का लाभ ले पाएंगे।
– इमर्शन रॉड से बच्चों के लिए खतरा रहता है। जरा सी चूक पर इससे कोई भी करंट का शिकार हो सकता है। यह समस्या खासकर सस्से दामों वाली इमर्शन रॉड में देखने को मिलती है।
– इस रॉड में ऑटो ऑफ सिस्टम भी नहीं होता है, जिससे अधिक जोखिम बना रहता है।