दिल्ली-एनसीआर के साथ देश के और भी कई हिस्सों में सुबह-शाम सर्दी होने लगी है। ऐसे में कई लोग अपने घरों में वॉटर हीटर (गीजर) लगवाने की तैयारियों में जुट गए हैं। मगर यह काम थोड़ा सावधानी के साथ करना चाहिए, क्योंकि जरा सी चूक पर आप बिजली का जोरदार झटका भी खा सकते हैं। गीजर के रख-रखाव के वक्त अगर आप कुछ महीन बातों का ध्यान रखेंगे, तो आप उनके जरिए बिजली भी बचत भी कर पाएंगे। आइए जानते हैं इसी से जुड़ी कुछ अहम बातें-

– बाथरूम में जिस जगह पर गीजर फिट कराएं, ध्यान रखें कि उस जगह पर दीवार और गीजर के बीच में थोड़ी सी जगह (गैप) छूटी हो। ऐसा न होने पर गीजर की सर्विसिंग या मरम्मत के दौरान आगे आपको परेशानी आएगी।

– कई लोग गीजर काफी ऊंचाई पर लगवा देते हैं, जो कि नहीं करना चाहिए। गड़बड़ी आने पर उस तक पहुंचने में आपको दिक्कत आएगी। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, गीजर जमीन से कम से कम 1.8 मीटर या अधिकतम छह फुट पर लगवाना चाहिए।

– यह भी सुनिश्चित कर लें कि गीजर का कनेक्शन एमसीबी (मिनिएचर सर्किट ब्रेकर) से हो, जिससे कि वोल्टेज घटने-बढ़ने पर वह ऑटोमैटिक बंद हो जाए। ऐसे में गीजर से शॉर्ट सर्किट भी आशंका भी कम हो जाती है।

– ध्यान रखें कि गीजर का स्विच थोड़ी ऊंचाई पर हो, ताकि छोटे बच्चे उस तक नहीं पहुंच पाएं। हालांकि, वह इतनी भी ऊंचाई पर न हो कि बड़े लोगों को भी उस तक पहुंचने में समस्या का सामना करना पड़े।

ऐसे रखें गीजर का ख्याल-

– अधिक समय तक गीजर का स्विच ऑन न रखें। मसलन अगर नहाने जा रहे हों तो उससे पांच मिनट पहले ही गीजर चलाएं।

– गीजर का तापमान कम रखकर भी उसका रख-रखाव किया जा सकता है। कम ताप रखने का मतलब है कि गीजर पर कम बोझ पड़ेगा और उसकी आयु अधिक समय तक बनी रहेगी, जबकि अधिक ताप पर चलाने पर उस पर अधिक जोर पड़ेगा।

– सर्दियां आने से पहले गीजर के टैंक के भीतर एनोड रॉड जरूर चेक कर लें। एक्सपर्ट्स की मानें तो यह काम हर तीन साल के अंतराल पर कर लेना चाहिए।

– अगर आपको गीजर के रख-रखाव का ककहरा नहीं पता है, तो बेहतर होगा कि आप साल में एक बार इसकी सर्विसिंग जरूर कर लें।