Kisan Credit Card: किसान क्रेडिट कार्ड के जरिए किसानों को सस्ता कर्ज मुहैया करवाया जाता है। विपरीत समय में वित्तीय तौर पर किसानों का हौसला न टूटे इसके लिए प्रधान मंत्री किसान सम्मान निधि योजना के लाभार्थियों को ये कार्ड मुहैया करवाए जाते हैं। सरकार का लक्ष्य है कि 2.5 करोड़ किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड दिए जाएं। किसानों को इसके जरिए 1.60 लाख रुपये तक का लोन बिना गारंटी के दिया जाता है। वहीं 5 साल में 3 लाख रुपये तक का शॉर्ट टर्म लोन दिया जाता है। जिसकी ब्याज दर 4 फीसदी होती है।
अक्सर किसान इस कार्ड के लिए ऑनलाइन आवेदन करते हुए कुछ गलतियां कर देते हैं जिसके चलते उनका समय और ऊर्जा दोनों खराब होते हैं। ऐसा तभी होता है जब जानकारी का अभाव हो। आवेदन के लिए जिस फॉर्म को भरना होता है उसमें कई जानकारियां मांगी जाती है जिसके चलते किसान अक्सर गलती कर बैठते हैं। हम आपको इन्हीं जानकारी के बारे में बता रहे हैं जिन्हें जानकार आप ऐसी गलती करने से बच सकते हैं।
ऐसा भी देखने को मिलता है कि किसानों पर पहले से कोई कृषि लोन चल रहा होता है और वह किसान क्रेडिट कार्ड के लिए भी अप्लाई कर देते हैं। जबकि उनसे फॉर्म में इस बात की जानकारी मांगी जाती है कि कहीं उन्होंने पहले से कर्ज तो नहीं लिया हुआ। ऐसे में इस बारे में सही जानकारी देनी जरूरी है। क्योंकि बाद में आपके वित्तीय लेनदेन की जानकारी की हिस्ट्री में पता लगने पर आपका आवेदन रद्द किया जा सकता है। वहीं ऑनलाइन आवेदन करते वक्त आपके नाम कितनी जमीन खतौनी में है इसकी जानकारी भी देनी होती है।
वहीं गांव का नाम, सर्वे, खसरा संख्या, कितने एकड़ जमीन है इसबारे में भी आवेदन फॉर्म में पूछा जाता है। इसके साथ ही आपके यह भी पूछा जाता है कि आप कौन सी फसल (रबी, खरीफ या अन्य) बोने जा रहें हैं। साथ ही डिक्लेरेशन भी देना होगा कि आपने किसी अन्य बैंक या शाखा से कोई और किसान क्रेडिट कार्ड नहीं बनवाया है.