प्रधान मंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत किसानों को सालाना 6 हजार रुपये की आर्थिक मदद दी जाती है। सरकार किसानों के खातों में तीन किस्त के जरिए यह रकम ट्रांसफर करती है। करोड़ों किसान इस योजना का फायदा उठा रहे हैं। इसके साथ ही इस योजना के लाभार्थियों को किसान क्रेडिट कार्ड भी मुहैया करवाए जा रहे हैं।

किसान क्रेडिट कार्ड के जरिए किसानों को सस्ती दर पर कर्ज मुहैया करवाया जाता है। किसानों के इसके जरिए महज चार फीसदी की ब्याज दर से कर्ज मिल रहा है। इस कार्ड के जरिए लोन लेने पर यही न्यूनतम ब्याज दर निर्धारित है। लेकिन लाभार्थियों के इसबारे में जानकारी नहीं कि आखिर ये न्यूनतम ब्याज दर लागू कैसे होगी। इस योजना के तहत सरकार ने तय किया है कि कर्ज के समय पर भुगतान करने पर ब्याज दर कम होगी।

वैसे तो 9 फीसदी की दर पर लोन मिलता है, लेकिन सरकार इसपर 2 फीसदी की सब्सिडी देती है। इस लिहाज से यह 7 फीसदी हो जाता है। वहीं अगर किसान इस लोन को समय पर लौटा देता है तो उसे 3 फीसदी की और छूट मिल जाती है। यानी कि किसान को सिर्फ 4 फीसदी की दर से ब्याजा चुकाना पड़ता है। वहीं अगर किसान क्रेडिट कार्ड के जरिए लोन न लेकर अन्य बैंक से लोन लें तो उन्हें 8 से 9 फीसदी का ब्याज चुकाना पड़ता है।

किसान क्रेडिट कार्ड पर किसानों को लोन के साथ बीमा भी मिलता है। किसानों को व्यक्तिगत दुर्घटनाओं और एसेट के लिए लोन पर बीमा मिलता है और राष्ट्रीय फसल बीमा योजना किसान क्रेडिट कार्ड के लिए योग्य फसलों को कवर करती है। यही नहीं इंश्योरेंस कवरेज भी मिलता है, जैसे स्थायी विकलांगता या फिर मृत्यु की दशा में 50,000 रुपये की मदद मिलेगी।