Kisan Credit Card: प्रधान मंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत किसानों को सालाना 6 हजार रुपये की आर्थिक मदद दी जाती है। ये मदद 2-2 हजार रुपये की तीन किस्त के जरिए डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटी) के तहत सीधा किसानों के खातों में ट्रांसफर की जाती है। इस स्कीम की अगली किस्त किसानों के खातों में 1 अगस्त को ट्रांसफर की जाएगी।
खातों में आर्थिक मदद के साथ-साथ इस स्कीम के तहत लाभार्थियों को किसान क्रेडिट कार्ड भी मुहैया करवाए जाते हैं। इस कार्ड के जरिए किसानों को बाजार रेट से कम दर पर कर्ज मिलता है। किसान इसके जरिए 4 फीसदी की दर पर लोन ले सकते हैं।
किसान क्रेडिट कार्ड बैंक और एनबीएफसी के जरिए जरिए बनवाया जा सकता है। कार्ड बनवान से पहले इसके लिए एक प्रॉसेस को फॉलो किया जाता है जिसके बाद ही इसे किसान को दिया जाता है। वहीं कार्ड बन जाने के बाद लोन देने से पहले बैंक वेरिफिकेशन करते हैं।
विरिफिकेशन में यह जांच की जाती है कि लोन आवेदनकर्ता किसान है भी या नहीं। फिर उसका रेवन्यू रिकॉर्ड को खंगाला जाता है। लोन किसी गैर-किसान को न दे दिया जाए इसके लिए पहचान पुख्ता करने के लिए आधार, पैन और फोटो कॉपी ली जाती है।
वहीं बैंक अधिकारी यह भी जांच करते हैं कि आवेदनकर्ता किसी और बैंक में लोन तो बकाया नहीं। ये सभी जानकारी पुख्ता होने के बाद ही लोन राशि ट्रांसफर की जाती है। वहीं अगर किसी तरह की भी गड़बड़ी मिलने पर आवेदन रद्द कर दिया जाता है।
बता दें कि वैसे तो 9 फीसदी की दर पर लोन मिलता है, लेकिन सरकार इसपर 2 फीसदी की सब्सिडी देती है। इस लिहाज से यह 7 फीसदी हो जाता है। वहीं अगर किसान इस लोन को समय पर लौटा देता है तो उसे 3 फीसदी की और छूट मिल जाती है। यानी कि किसान को सिर्फ 4 फीसदी की दर से ब्याजा चुकाना पड़ता है।