भारतीय रेल की तरफ से यात्रियों को दिवाली पर किराए में बड़ी राहत के रूप में तोहफा मिल सकता है। रेलवे अपनी फ्लेक्सी फेयर योजना आंशिक रूप से खत्म कर सकता है। सूत्रों के मुताबिक, दीपावली और छठ पूजा सरीखे पर्वों को ध्यान में रखते हुए केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल सोमवार (29 अक्टूबर, 18) को इस मुद्दे पर फैसला ले सकते हैं।

संशोधित फ्लेक्सी फेयर स्कीम में यात्रा के चार दिन पहले टिकट बुक कराने पर 50 फीसदी तक की रियायत मिलेगी। वहीं, जिन ट्रेनों में 50 फीसदी से कम सीटें बुक होती हैं, उनमें यात्री को 20 फीसदी तक का ग्रेडेड डिस्काउंट दिया जाएगा।

सूत्रों ने इस बारे में कहा, “ऐसा व्यवस्था में संतुलन बैठाने और यात्रियों की शिकायतों पर ध्यान देने के मकसद से किया जाएगा। जिन रूट्स पर गाड़ियों पर कम सीटें बुक होती हैं, वहां हम यात्रियों को किराए पर आकर्षक छूट देंगे, ताकि वहां पर सीटों की बुकिंग में इजाफा आए। यात्रियों के साथ यह भारतीय रेल के लिए भी फायदेमंद होगा।”

आपको बता दें कि फलेक्सी फेयर योजना नौ सितंबर 2016 से शुरू हुई थी। यह 142 ट्रेनों के लिए लाई गई थी, जिसमें 44 राजधानी, 46 शताब्दी और 52 दुरंतो ट्रेनें शामिल थीं। इस योजना से ट्रेनों की टिकटों के लिए यात्रियों को कभी-कभार हवाई जहाज के किराए से अधिक रकम चुकानी पड़ती है। योजना के तहत एक सीमित संख्या में सीटें बुक हो जाने पर रेल किराए में 10 से 50 फीसदी तक का इजाफा होता है, जिससे बहुत सारे यात्री टिकट कराने से कतराते हैं।

हालांकि, इस योजना को पूर्व में आलोचना का शिकार भी होना पड़ा। भारतीय रेल की इस योजना की आलोचना न केवल यात्रियों ने की बल्कि देश के नियंत्रक एवं महालेखापरीक्षक (कैग) ने भी की। हाल ही में एक रिपोर्ट में कैग ने पाया कि फ्लेक्सी फेयर से भारतीय रेल के राजस्व में तो बढ़ोतरी हुई। मगर उसके साथ ही उसके यात्रियों की संख्या में गिरावट आई। कैग ने यह भी पाया कि कुछ रूटों पर फ्लाइट्स के टिकट ट्रेन (फ्लेक्सी फेयर आने के बाद) के मुकाबले सस्ते थे।