शताब्दी एक्सप्रेस, दुरंतो और राजधानी एक्सप्रेस से सफर करने वालों के लिए अच्छी खबर है। अब आपके सफर में और कम वक्त लगेगा। भारतीय रेलवे इन ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाने की तैयारी में है।टाइम्स नाउ की खबर के मुताबिक भारतीय रेलवे ने हाल ही में WAP-7HS इंजन तैयार किया है। इसकी खासियत है कि यह सेमी आई स्पीड इंजन है जो 160 Kmph की रफ्तार से चल सकता है। इसे चितरंजन लोकोमोटिव्स वर्क्स ने तैयार किया है। गाजियबाद में सफल परीक्षण के बाद इस रोजमर्रा के लिए प्रयोग किया जाएगा। इसके प्रयोग राजधानी, शताब्दी और दुरंतो के लिए किया जाएगा। ट्रेन की रफ्तार बढ़ाने के लिए लगभग 14 टन का भार घटा दिया गया है इसके अलावा ट्रेन पर नियंत्रण सुधारने के लिए सॉफ्टवेयर को भी अपग्रेड किया गया है।
बता कि चितरंजन लोकोमोटिव्स वर्क्स आजाद भारत की पहली लोकोमोटिव्स फैक्ट्री है जिसका अस्तित्व 26 जनवरी , 1950 को आया था।इस कंपनी ने पहली स्टीम इंजन बनाया था और चितरंजन दास को समर्पित करते हुए इस इंजन का नाम देशबंधु रखा था। गौरतलब है कि बीते साल ही पीएम मोदी ने डीजल इंजन से इलेक्ट्रिक इंजन में परिवर्तित इंजन के हरी झंडी दिखाई थी। बता दें कि डीजल लोकोमोटिव्स वर्क्स (वाराणसी) ने डीजल इंजन को विद्युत इंजन में बदलकर विश्व रिकॉर्ड बनाया था।
बता दें कि इससे पहले खबर आई थी कि मुबंई राजधानी ट्रेन में डबल इंजन के सफल परीक्षण के बाद रेलवे अन्य राजधानी ट्रेनों में भी डबल इंजन लगाने पर विचार कर रहा है। रेलवे सूत्रों के मुताबिक 13 फरवरी को छत्रपति शिवाजी टर्मिनल और निजामुद्दीन बीच ट्रेन का सफल ट्रायल किया गया था। इस ट्रायल के दौरान एक और बात सामने आई वो यह कि पहले भी इस ट्रेन की यात्रा के दौरान बीच में कई जगहों पर अलग से इंजन हटाना और लगाना पड़ता था लेकिन ऐसा करने से डबल इंजन के साथ गई ट्रेन के सफर में 106 मिनट का समय बचा था।