Indian Railways: देश की राजधानी, दुरंतो और शताब्दी जैसी प्रीमियम ट्रेनों में जल्द ही महिलाओं और दिव्यांगों के लिए अलग से कोच लगाया जाएगा। खबर है कि रेलवे प्रशासन इन ट्रेनों के पावर कार को अपग्रेड करने की तैयारी कर रही हैं।
इससे पहले इन ट्रेनों में पहले से एलएचबी कोच लगे हुए हैं। अभी तक इन ट्रेनों में दो एलएचबी पावर कोच होते हैं जो पूरे ट्रेन में बिजली की सप्लाई करने के साथ ही एसी को भी पावर देते हैं।
अपग्रेडेड पावर कार के बाद एक ही कोच इन कामों के लिए पर्याप्त होगा। रिपोर्ट के अनुसार रेलवे अधिकारियों का कहना है कि जब एक ही पावर कोच होगा तो ऐसे में एक अतिरिक्त कोच की जगह बनती है। ये अतिरिक्त कोच ही महिलाओं और दिव्यांग लोगों के लिए आरक्षित होगा।
अधिकारियों ने कहा कि एक नॉन-एसी कोच पूरी तरह एसी कोच वाली ट्रेन के साथ अटैच होगा। इससे इसका किराया कम होगा। रिपोर्ट के अनुसार अधिकारियों का कहना है कि इंटीग्रल कोच फैक्ट्री जो रेलवे के लिए रेक का निर्माण करती है, ने पावर कार के दो प्रोटोटाइप रेक तैयार किए हैं।
इससे पहले रेल मंत्री पीयूष गोयल ने संसद में कहा था कि सरकार ट्रेनों के सभी पुराने कोच को आधुनिक और सुरक्षित एलएचबी कोच से बदल देगी।
लेडिज कोच को बीच में लगाने का फैसलाः इससे पहले रेलवे ने पिछले साल ट्रेनों में महिला कोचों को ट्रेन के बीच में लगाने का फैसला किया था। इससे पहले ट्रेनों में महिला कोच को सबसे पीछे या कई ट्रेनों में सबसे आगे लगाया जाता था। रेलवे की तरफ से यह फैसला सुरक्षा की दृष्टि से उठाया गया था।
इसके अतिरिक्त महिलाओं के लिए आरक्षित डिब्बे को अलग रंग देने का भी निर्णय लिया गया था। इसके अतिरिक्त महिलाओं के लिए आरक्षित इन कोच में सीटीटीवी कैमरे के साथ की खिड़कियों पर जाली लगाने की भी बात कही गई थी। रेलवे ने साल 2018 को महिला सुरक्षा वर्ष के रूप में भी मनाया था।

