भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने UPI भुगतानों को तेज करने और सरल बनाने के लिए 20 सितंबर 2022 को UPI लाइट की शुरुआत की। इसके जरिए बिना UPI PIN डाले भी 200 रुपये तक का ट्रांजैक्शन किया जा सकेगा।

इससे पहले  8 मार्च को UPI123Pay लॉन्च किया गया था। उसका भी मकसद आम लोगों के लिए डिजिटल लेनदेन को आसान बनाना ही है। ऐसे में कई लोग UPI lite और UPI123 के बीच भ्रमित हो रहे हैं। आइए समझते हैं UPI लाइट और UPI123 के बीच प्रमुख अंतर क्या है:

क्या है UPI123?

भारत में नकद-आधारित लेनदेन को कम करने के लिए RBI ने UPI की शुरुआत की थी। तब इसका इस्तेमाल स्मार्टफोन के जरिए ही संभव था। स्मार्टफोन का उपयोग न करने वाली एक बड़ी आबादी के लिए यूपीआई अनुपलब्ध था। इस समस्या को हल करने के लिए RBI ने UPI123Pay की शुरुआत की।

UPI123 की मदद से यूजर फीचर फोन से भी UPI पेमेंट कर सकता है। पेमेंट के लिए मोबाइल ऐप या इंटरनेट की भी जरूरी नहीं होती है। सिर्फ यूजर का मोबाइल नंबर बैंक अकाउंट से लिंक होना अनिवार्य होता है। RBI को उम्मीद है कि UPI123 से गांवों में डिजिटल पेमेंट का इस्तेमाल बढ़ेगा।

क्या है UPI लाइट?

UPI लाइट डिजिटल पेमेंट को सुरक्षित और छोटे ट्रांजैक्शन को आसान बनाने के लिए लाया गया है। यह एक ऑन डिवाइस वॉलेट है। UPI Lite ऐप में अधिकतम 2000 रुपये तक रखा जा सकता है और बिना यूपीआई पिन डाले अधिकतम 200 रुपये का भुगतान किया जा सकता है। ऐसे से भुगतान करते वक्त पैसा अकाउंट से नहीं, वॉलेट से कटेगा। लेकिन रिसीव सीधे खाते में होगा।

एनपीसीआई ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि पहले चरण में यूपीआई लाइट लगभग ऑफलाइन मोड में लेनदेन की प्रक्रिया करेगा यानी ऐप के माध्यम से रीयल-टाइम पेमेंट करने के लिए इंटरनेट की जरूरत नहीं होगी। एनपीसीआई ने कहा है कि भविष्य में यूपीआई लाइट को पूरी तरह ऑफलाइन बनाया जाएगा, ताकि ग्राहक को लेनदेन के लिए इंटरनेट की जरूरत न पड़े।