मोबाइल में ड्राइविंग लाइसेंस की स्कैन कॉपी रखने के बावजूद चालान कट सकता है। ऐसा ही एक मामला महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई से आया है। कल्पक केसी शाह नामक एक ट्वीटर यूजर हाल ही में उस समय मुसीबत में पड़ गए जब उन्होंने अधिकारियों द्वारा नियमित जांच के दौरान मांगे जाने पर लाइसेंस की साफ्ट कॉपी पेश की। हालांकि, यह साफ नहीं है कि उन्होंने अपने मोबाइल में स्कैन की हुई कॉपी दिखाई या फिर एम-परिवहन एप या डिजिलॉकर एप में रखी हुई कॉपी। हालांकि, पुलिस के व्यवहार से ऐसा लग रहा था कि स्कैन की हुई कॉपी दिखाई गई थी। कल्पक केसी शाह ने मुंबई पुलिस को टैग करते हुए ट्वीट कर पूछा, “ड्राइविंग लाइसेंस का साॅफ्ट कॉपी वैलिड है या नहीं?” इसके जवाब में मुंबई पुलिस ने लिखा, “आपको एक वैलिड/ऑरिजनल ड्राइविंग लाइसेंस रखना चाहिए और वर्दी पहने पुलिसवाले जांच के दौरान इसकी मांग करें तो उन्हें दिखाना चाहिए।”
You must be in possession of valid/original driving licence and produce for inspection when demanded by a policeman in uniform. (Sec 130 (1) MVA).
— Mumbai Police (@MumbaiPolice) December 16, 2018
इस घटना से इतर आपको बता दें कि पुलिस आपके ड्राइविंग लाइसेंस की किसी पुरानी साॅफ्ट कॉपी जो स्कैन कर आपके गैलरी में सेव की गई है या फोन में रखी गई है, उसे स्वीकार करने के लिए बाध्य नहीं है। ड्राइविंग लाइसेंस की साफ्ट कॉपी के उपयोग का एकमात्र कानूनी तरीका यह है कि यह एम-परिवहन एप या डिजिलॉकर एप पर अपलोड हो। यदि पुलिस इसे स्वीकार करने से मना कर देती है तो आप इस मामले को ऊपर तक ले जा सकते हैं या फिर उन्हें सरकार द्वारा 19 नवंबर 2018 को जारी नोटिफिकेशन दिखा सकते हैं।
सरकार द्वारा जारी नोटिफिकेशन में अधिकारिक तौर पर यह बात कही गई थी कि उपयोगकर्ता डिजिलॉकर एप के माध्यम से ड्राइविंग लाइसेंस की काॅपी लेकर चल सकते हैं और मांगे जाने पर अधिकारियों को इसे दिखा सकते हैं। इस नोटिफिकेशन में अधिकारियों द्वारा उपयोगकर्ताओं के उत्पीड़न को लेकर भी संशोधन किया गया। लेकिन कल्पक केसी शाह द्वारा किया गया ट्वीट सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर तेजी से वायरल हो रहा है। लोग पुलिस से यह साफ तौर पर बताने को कह रहे हैं कि डिजिटल कॉपी स्वीकार की जाएगी या नहीं। इसके बाद