चुनावा आयोग अब अगले विधानसभा चुनाव से नागरिकों को ई-वोटर कार्ड देने पर विचार कर रहा है। यानी की अब वोटर कार्ड आधार कार्ड की तरह डिजिटल होने जा रहा है। इससे मतदाताओं को इस कार्ड को साथ लेकर चलने की झंझट से छुटकारा मिलेगा। दूसरे शब्दों में, आप जल्द ही अपने मोबाइल फोन पर अपना वोटर आईडी कार्ड रख सकेंगे। इसे आधार की तरह ही डाउनलोड किया जा सकेगा।

वर्तमान में, ईपीआईसी यानी वोरट आईडी कार्ड केवल हार्ड कॉपी में उपलब्ध है, और चुनाव के दिन मतदाता द्वारा इसे वोटिंग बूथ पर साथ लेकर आना होता है। ऐसे में मतदाताओं को इस झंझट से छुटकारा मिल सके इस संबंध में पोल पैनल द्वारा प्रस्ताव पर क्या विचार किया जा रहा है। कहा जा रहा है कि कार्ड अगले साल यानी 2021 में होने वाले पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले ही उपलब्ध कराया जा सकता है।

इंडियन एक्सप्रेस में छपी एक खबर के मुताबिक पश्चिम बंगाल, केरल, असम, तमिलनाडु और पुडुचेरी में विधानसभा चुनाव के लिए इस व्यवस्था को अपनाया जा सकता है। चुनाव आयोग इस पर अभी शुरुआती विचार विमर्श कर रहा है और इसे डिजिटल फॉर्मेट में लाने की तैयारी में है। माना जा रहा है कि इस पर आयोग तेजी के साथ आगे बढ़ सकता है।

वोटर आईडी कार्ड अहम दस्तावेजों में से एक माना जाता है। अगर आप भारत के नागरिक हैं तो इसके बिना वोट डालने के पात्र नहीं माने जाएंगे। वोटर आईडी कार्ड वालों को ही मतदान की प्रक्रिया में हिस्सा लेने के योग्य माना जाता है।