आधुनिक समय में धोखाधड़ी के मामलों में तेजी आई है। जहां एक तरह UPI पेमेंट करना लोगों के लिए सुविधाजनक हुआ है, वहीं दूसरी ओर फ्रॉड करने के नए-नए तरीके साइबर अपराधियों द्वारा अपनाएं गए हैं। दुकान से लेकर बाजार तक UPI पेमेंट का उपयोग हो रहा है, जिस कारण से कैशबैक और बड़े फायदे का लालच देकर साइबर अपराधी लोगों से पैसे लूट रहे हैं। हालाकि UPI भुगतान करते समय सतर्क रहें तो खाते में पैसे को सुरक्षित रख सकते हैं।
MuffinPay के संस्थापक और सीईओ दिलीप ने मिंट को बताया कि UPI फ्रॉड ठीक वैसा ही है, जैसे अन्य माध्यमों से फ्रॉड होता है। इस फ्रॉड के तहत अपराधी लोगों को लालच देते हैं। कई मामलों में तो धोखेबाजों द्वारा आपके खाते पर रोक लगाने या आपका खाता बंद होने के बारे में जानकारी दी जाती है। इसके अलावा केवाईसी अपडेट करने, सरकारी विभागों के हवाले से फोन आने आदि तरह के तरीके धोखाधड़ी के अपनाए जाते हैं।
इससे अलग दूसरी ओर लालच जैसे- कैशबैक प्राप्त करने, कुछ लॉटरी जीतकर जल्दी पैसा बनाने, लोकप्रिय ईकॉमर्स चैनलों और ब्रांडों पर विशेष सौदे हासिल करने के बारे में भी लोगों के पास फोन या एसएमएस आते हैं। अगर आप भी यूपीआई से पेमेंट करते हैं तो इन पांच टिप्स को जानकर आप अपने खाते को सुरक्षित कर सकते हैं।
UPI पिन: कभी भी अपना यूपीआई और पिन किसी भी ग्राहक सेवा कॉल या संदेशों से शेयर नहीं करना चाहिए। धोखेबाज अक्सर ही किसी सरकारी संस्था बैंक और अन्य संस्था का दावा कर आपसे जानकारी मांगते हैं। अपराधी कभी भी डारेक्ट यूपीआई पिन नहीं मांगता है, बल्कि ये अक्सर खाते में गड़बड़ी संबंधी या लालच देकर आपसे जानकारी लेने के बारे में कोशिश करते हैं। अगर कोई आपका पिन विवरण मांग रहा है, तो ऐसा होना तय है कि कॉलर धोखेबाज है।
मोबाइल व कंप्यूटर कंट्रोल: ग्राहक सेवा प्रतिनिधियों को कभी भी अपने मोबाइल या कंप्यूटर का कंट्रोल नहीं देना चाहिए, जो आपके बैंक व ऐप खाते में कुछ महत्वपूर्ण सेटिंग्स को अपडेट करने या आपके केवाईसी को अपडेट करने का दावा कर रहे हैं।
रैंडम वेबसाइट पर जाने से बचें: किसी भी रैंडम वेबसाइट पर लेनदेन न करें, जो आपको ट्रांजैक्शन करके पुरस्कार, कैशबैक या पैसे का दावा करने के लिए कह रही है। यह 1 रुपए का लेन-देन करने की एक तरकीब है, और वे आपका यूपीआई-पिन एकत्र करके आपको 2 रुपए वापस भेज देंगे। एक बार उनके पास आपका पिन हो जाने के बाद, वे तुरंत खाते से पैसे निकाल सकते हैं। इसलिए जरूरी है कि किसी भी लेनदेन को शुरू खाताधारक की और यूपीआई की अच्छी तरह से जांच कर लेनी चाहिए।
यूपीआई पिन चेंज: अगर आप फ्रॉड से बचना चाहते हैं तो हर महीने अपना यूपीआई पिन बदलते रहें, यदि ऐसा नहीं है तो तिमाही आधार पर यूपीआई पिन रीसेट करना आपके खाते को सुरक्षित करने के लिए एक अच्छा विकल्प होगा।
UPI भुगतान सीमा: UPI भुगतान के माध्यम से दैनिक लेनदेन पर UPI भुगतान सीमा को सेट किया जा सकता है।