मोबाइल चोरी हो जाने या फिर खो जाने के बाद ज्यादात्तर लोग सबसे पहले सिम ब्लॉक करवाते हैं या फिर पुलिस में शिकायत दर्ज करवा लेते हैं। आजकल हमारे फोन में कई तरह की मोबाइल एप्लीकेशन होती हैं इनमें ई-वॉलेट, मोबाइल बैंकिंग एप्स आदि में हमारे बैंक खाते की जानकारी जुड़ी होती हैं। ऐसे में हमारे लिए यह बेहद जरूरी हो जाता है कि मोबाइल चोरी हो जाने या खो जाने पर थोड़ी और सावधानी बरतें।
गृह मंत्रालय ने इसको लेकर टिप्स जारी किए हैं। गृह मंत्रालय के साइबर सुरक्षा जागरुकता के लिए शुरू किए गए ट्वीटर हैंडल @CyberDost के जरिए अहम जानकारी साझा की गई है। गृह मंत्रालय के मुताबिक आपके मोबाइल उपकरण के खो जाने अथवा चोरी हो जाने की दशा में, अपने उन सभी एकाउंटों का पासवर्ड तत्काल बदल दें जो उस मोबाइल में कॉन्फिगर्ड थे।
अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो आपका मोबाइल गलत हाथों में पड़ जाता है तो आपके खाते से देखते ही देखते पैसा उड़ सकते हैं। ऐसे में बेहद ही सतर्कता के साथ ज्यादा लेट लतीफी के बिना तुरंत ये काम करें। जब भी मोबाइल चोरी हो तो सबसे एफआईआर दर्ज करवाएं क्योंकि आपके फोन का इस्तेमाल कोई भी गलत तरीके से इस्तेमाल कर सकता है।
वहीं सरकार के सेंट्रल इक्विपमेंट आइडेंटिटी रजिस्टर (सीईआईआर) पोर्टल के जरिए आप अपने चोरी या गुम हो चुके मोबाइल को ब्लॉक करवा सकते हैं और उसे ट्रैक भी कर सकते हैं। इस पोर्टल पर सरकार ने हर मोबाइल की अंतरराष्ट्रीय मोबाइल उपकरण पहचान (आईएमईआई) नंबर दर्ज किए हुए हैं। अगर कभी किसी का मोबाइल चोरी हो जाता है तो फिर वह इस सीईआईआर पोर्टल पर जाकर अपना मोबाइल नंबर और आईइएमआई नंबर, एफआईआर नंबर आदि दर्ज करना होता है।