कोरोना संकट और लॉकडाउन के बीच साइबर क्राइम का खतरा भी बढ़ गया है। साइबर ठग लोगों को एसएमएस, ई-मेल आदि से ठगी का शिकार बना रहे हैं। हाल में लोगों को नेटफ्लिक्स के जरिए फ्री सब्सक्रिप्शन वाले एमएमएस प्राप्त हो रहे थे जिसमें एक लिंक भी अटैच था। इस लिंक पर क्लिक करने के बाद यूजर्स से एक फॉर्म भरवा कर जानकारी मांगी गई। इसके बाद लोगों के खातों से पैसे निकाल लिए गए। बाद में सोशल मीडिया के जरिए इस फ्रॉड के बारे में लोगों को पता लगा।

वहीं नेटफ्लिक्स ही नहीं बल्कि WHO, UN और इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के जरिए भी साइबर ठग लोगों को फर्जी एसएमएस के जरिए ठगी का शिकार बनाने के लिए आतुर हैं। ऐसे में कोरोना संकट और लॉकडाउन के इस कठिन समय में हमें ज्यादा सतर्क और सावधान रहने की जरूरत है। इसके लिए हमें कुछ सावधानियां बरतनी होंगी जिससे आप वित्तीय नुकसान उठाने और जालसाजों से बच सकते हैं।

सबसे पहले तो आपको ऐसा को एसएमएस या ई-मेल प्राप्त हो जिसमें फ्री में कुछ दिए जाने की बात की जा रही तो उसपे तुरंत यकीन न करें। कंपनी से संपर्क कर इस बारे में पता लगाए कि कंपनी कोई ऐसा ऑफर दे भी रही या नहीं। साइबर हमला करने वाले इनाम देने या दिए गए लिंक पर क्लिक करने पर आकर्षक राशि का झांसा देते हैं।

ऐसे में किसी भी अंजान वेबसाइट और लिंक पर आंख मूंद कर भरोसा न करें। असली सोर्स पर जाकर सूचनाएं जुटाएं। किसी भी वेबसाइट के यूआरएल के पहले लॉक का निशान होता है। अगर यह निशान दिखे तो समझ जाएं कि वेबसाइट असली है। हालांकि फिर भी असली सोर्स पर जाकर सूचनाएं जुटाएं। ठग आपसे एटीएम पासवर्ड, चार अंकों वाले ओटीपी आदि की जानकारी भी मांग सकते हैं ऐसे में किसी के साथ भी ये सूचनाएं साझा न करें।