Employees’ Provident Fund Organisation, EPFO: कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) खाताधारकों के अकाउंट में मोदी सरकार जल्द ही वित्त वर्ष 2019-20 के लिए पीएफ के ब्याज की पहली किस्त ट्रांसफर करने जा रही है। हर बार की तरह बीते वित्त वर्ष (2019-20) के लिए ईपीएफओ के करोड़ों खाताधारकों को इसका सीधा फायदा पहुंचेगा।
सरकार ने हालांकि इस बार दो किस्त में ब्याज का पैसा ट्रांसफर करने का फैसला लिया है। कोरोना संकट के मद्देनजर कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ने दो किस्त में ही इसे क्लीयर करने का फैसला लिया है। कोरोना लॉकडाउन के चलते मार्केट की खराब स्थिति कम ब्याज दर के लिए जिम्मेदार मानी जा रही है।
सरकार पीएफ पर 8.50 प्रतिशत की दर से ब्याज दे रही है। लेकिन फिलहाल 8.15 फीसदी ब्याज ही दिया जाएगा और इसके बाद साल के अंत में बाकी बचा 0.35 फीसदी ब्याज भी ट्रांसफर कर दिया जाएगा।
पीटीआई के मुताबिक कर्मचारी भविष्य निधि संगठन से जुड़े तमाम बड़े फैसले लेने वाली शीर्ष इकाई सेंट्रल बोर्ड आफ ट्रस्टी इस सिलसिले दिसंबर में बैठक करेगी। इसके बाद ही सब्सक्राइबर्स के अकाउंट में बाकी बचे 0.35 फीसदी ब्याज को ट्रांसफर करने पर फैसला किया जाएगा।फिलहाल, ईपीएफओ की तरफ से सिर्फ 8.15 फीसदी ब्याज अक्टूबर में ही दिया जाएगा।
सरकार मौजूदा समय में जो ब्याज दर ऑफर कर रही है वह बीते साल में सबसे कम है। 2012-13 के दौरान 8.50 फीसदी ब्याज दिया गया था। जो कि 2015-16 के दौरान 8.80% का ब्याज तक पहुंचा था। 2014-15 में ये ब्याज दर 8.75 फीसदी, 2016-17 में 8.65 फीसदी, 2017-18 में 8.55 फीसदी और 2018-19 में 8.65 फीसदी थी।