Cashless Treatment Scheme: मोदी सरकार सड़क हादसे में पीड़ितों को राहत देने की तैयारी कर रही है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि दुर्घटना के पीड़ितों के इलाज के लिए सरकार कैशलेस योजना लाने वाली है। इस योजना के तहत एक लाख रुपये से ज्यादा का इलाज मिल सकेगा। उन्होंने बताया कि मार्च तक एक संशोधित योजना लाए जाने की तैयारी है।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने सोमवार को कहा कि यह योजना किसी भी श्रेणी की सड़क पर मोटर वाहनों के कारण होने वाली सभी सड़क दुर्घटनाओं पर लागू होगी। मीडिया को संबोधित करते हुए गडकरी ने कहा कि पायलट कार्यक्रम की व्यापक रूपरेखा के अनुसार, पीड़ित दुर्घटना की तारीख से अधिकतम सात दिन की अवधि के लिए प्रति व्यक्ति अधिकतम 1.5 लाख रुपये तक कैशलेस उपचार के हकदार हैं।
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने 14 मार्च, 2004 को सड़क दुर्घटना पीड़ितों को कैशलेस उपचार प्रदान करने के लिए एक पायलट कार्यक्रम शुरू किया था। चंडीगढ़ में शुरू किए गए पायलट कार्यक्रम का उद्देश्य सड़क दुर्घटनाओं के पीड़ितों को समय पर चिकित्सा सुविधा प्रदान करने के लिए एक परिवेश तैयार करना था। पायलट प्रोजेक्ट को बाद में छह राज्यों तक बढ़ाया गया।
केंद्र सरकार ने अगस्त 2024 में जानकारी दी थी कि योजना के अंतर्गत आने वाली पीड़ितों को आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री-जन आरोग्य योजना के तहत सूचीबद्ध अस्पताल में दुर्घटना की तिथि से अधिकतम सात दिनों की अवधि के लिए ट्रामा और पॉलीट्रॉमा देखभाल से संबंधित अधिकतम 1.5 लाख रुपये तक के स्वास्थ्य लाभ पैकेज दिए जाते हैं।
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PIB पर जारी विज्ञप्ति के मुताबिक, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के अंतर्गत एनएचए, स्थानीय पुलिस, सूचीबद्ध अस्पताल, राज्य स्वास्थ्य एजेंसी, राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र और सामान्य बीमा परिषद के साथ समन्वय कर कार्यक्रम को लागू करने के लिए जिम्मेदार है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, नितिन गडकरी ने कहा कि अगर पुलिस को हादसे के 24 घंटे के अंदर सूचित कर दिया जाता है, तो सरकार इलाज का खर्च उठाएगी। उन्होंने कहा कि सड़क सुरक्षा सरकार की प्राथमिकता है। केंद्रीय मंत्री ने जानकारी दी है कि 2024 में करीब 1.80 लाख लोगों ने सड़क हादसे में जान गंवा दी है। इनमें से 30 हाजर मौतें हेलमेट नहीं पहनने हुई हैं।
हिट एंड रन की स्थिति में मौत हो जाती है, तो पीड़ित के परिवार को दो लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा। कार्यक्रम को सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के ई-विस्तृत दुर्घटना रिपोर्ट एप्लिकेशन और एनएचए की लेनदेन प्रबंधन प्रणाली की कार्यक्षमता को मिलाकर आईटी मंच के माध्यम से कार्यन्वित किया जाएगा।
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