What to do when ATM dispenses damage notes: अक्सर ऐसा देखा गया है कि खाताधारक एटीएम से कैश की निकासी करने जाते हैं तो मशीने स कटे गले नोट निकल जाते हैं। कुछ नोट में तो टेप लगी होती है तो कुछ नोट गोंद लगे होते हैं। बैंकों की यह जिम्मेदारी बनती है कि वह एटीएम में बेहतर से बेहतर नोट डाले ताकि लोगों तक सही नोट पहुंचे। बैंकों की कोशिशों के बावजूद अक्सर ग्राहकों के हाथ खराब नोटों की खेप लग जाती है। मुश्किल तब और ज्यादा हो जाती है जब नोटों को दुकानदार लेने से मना कर देते हैं।

ग्राहकों को इस दौरान समझ नहीं आता कि वे क्या करें और क्या नहीं। अगर कभी ऐसा हो तो आपको घबराने की जरूरत नहीं। कटे गले और फटे नोटों के बदले आपको पूरा रिफंड मिलेगा। इसके लिए आपको कुछ नियमों और तय प्रक्रिया का पालन करना होगा। अगर आप कभी ऐसी परिस्थिति में फंसे तो आपको सबसे पहले सीसीटीवी कैमरा का सहारा लेना चाहिए।

अगर आप एटीएम में खड़े हैं और कैश निकासी के बाद खराब नोट हाथ लगे हैं तो सीसीटीवी के सामने नोटों को गिनती करें। इस दौरान आपको फटे-गले नोटों को सीसीटीवी के सामने दिखाना चाहिए। इसके बाद आप बैंक में जाकर अपनी शिकायत रख सकते हैं। बैंक आपकी सीसीटीवी फुटेज देखेगा और आपकी मदद करेगा। दरअसल रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने दिसंबर 2011 में कहा था कि एटीएम में खराब नोटों के लिए बैंक जिम्मेदार हैं।

ऐसे में सीधे बैंक में जाकर भी अपने कटे गले नोटों को बदलवा सकते हैं। एटीएम में खराब नोट के लिए सिर्फ बैंक जिम्मेदार होते हैं न कि मशीन में नोट डालने वाली एजेंसी। ऐसे में आरबीआई के नियमों के मुताबिक बैंक को आपके नुकसान की पूरी भरपाई करनी होती है। और यह नियम खाताधारक के बैंक की हर ब्रांच पर लागू होता है। कोई भी ब्रांच नोट बदलने के लिए मना नहीं कर सकती।