फास्टैग एक जनवरी से सभी वाहनों के लिए अनिवार्य कर दिया गया है। टोल प्लाजा को पास करने के लिए फास्टैग का इस्तेमाल किया जाता है। फास्टैग नई गाड़ियों के साथ-साथ अब पुरानी गाड़ियों के लिए भी अनिवार्य है। एक जनवरी से टोल प्लाजा पर कैश पेमेंट की पुरानी व्यवस्था को खत्म कर दिया जाएगा।
फास्टैग एक तरह का स्कैन कोड होता है जो कि टोल प्लाजा से गुजरने के दौरान झटपट स्कैन हो जाता है। फास्टैग को पहले से रिचार्ज करवा कर रखना होता है। फास्टैग न होने पर दोगुना टोल टैक्स वसूला जाएगा। नियमों के मुताबिक अगर कोई वाहन चालक जिसके पास फास्टैग नहीं है और वह टोल प्लाजा की फास्टैग लेन में घुस जाता है तो उससे दोगुना टैक्स वसूला जाएगा।
FASTags खरीदना बेहद आसान है। आप इसे SBI, HDFC, ICICI, Kotak Mahindra Bank, IDFC First bank और Axis Bank समेत विभिन्न बैंकों के साथ ऑनलाइन पेमेंट ऐप Paytm से भी ले सकते हैं।
इसके अलावा ग्राहक ऑनलाइन शॉपिंग प्लेटफॉर्म अमेजन से भी इसे मंगवा सकते हैं। मालूम हो कि वाहनों की आवाजाही आराम से हो सके, कैशलेस पेमेंट व्यवस्था को बढ़ावा मिले और ट्रैफिक की समस्या का सामना भी न करना पड़े इसके लिए इस व्यवस्था को अपनाया गया है। टोल प्लाजा से गुजरते वक्त रुकने की जरूरत नहीं होती और टोल की रकम अकाउंट से अपने आप कट जाएगी। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के मुताबिक एक वाहन के लिए सिर्फ एक ही फास्टैग जारी किया जा सकता है।
