कोरोना संकट के बीच केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के सरकारी कर्मचारियों को ईद से पहले जुलाई माह के वेतन का भुगतान किया जाएगा। सरकार ने तय किया है कि कर्मचारियों को 30 जुलाई के दिन सैलरी का भुगतान किया जाएगा।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, वित्त विभाग के वित्तीय आयुक्त डॉ अरुण कुमार मेहता ने आदेश दिया है कि 30 जुलाई को वेतन के अग्रिम भुगतान के लिए वेतन बिल 29 जुलाई को कोषागार में प्रस्तुत किए जाएं। यह आदेश उपराज्यपाल, गिरीश चंद्र मुर्मू के निर्देश पर जारी किया गया है।
खास बात यह है कि कर्मचारियों को पूरी सैलरी का भुग्तान किया जाएगा। मालूम हो कि इस साल बकरीद का त्योहार 1 अगस्त 2020 को मनाया जाएगा। कर्मचारियों को दो दिन पहले सैलरी मिलने से वह कोरोना संकट की इस घड़ी में आसानी से खरीदारी कर सकेंगे।
उल्लेखनीय है कि कोरोना संकट को देखते हुए जम्मू-कश्मीर में वर्तमान वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही यानी जुलाई से सितंबर में भी आवंटित बजट के कुल खर्चों को 20 प्रतिशत तक सीमित रखने को कहा गया है। खर्च को केवल कर्मचारियों के नियमित वेतन पर सीमित रखने के लिए कहा गया है, जिसमें चिल्ड्रन एजुकेशन अलाउंस भी शामिल है।
बिहार में भी कर्मचारियों को पूरी सैलरी: बिहार में सरकारी और संविदा कर्मियों को बड़ी राहत देते हुए सरकार ने तय किया है कि जुलाई माह में कर्मचारियों को लॉकडाउन की अवधि का वेतन मिलेगा। 16 जुलाई से 31 जुलाई के बीच लगाए गए लॉकडाउन के बावजूद जुलाई में कर्मचारियों को पूरा वेतन दिया जाएगा। पूरा वेतन रेगुलर और कॉनट्र्रेक्ट कर्मचारियों को दिया जाएगा।
सरकार के फैसले के बाद सरकारी कर्मियों को लॉकडाउन अवधि का भी पूरा वेतन मिलने जा रहा है। सुशील मोदी के मुताबिक आउटसोर्स के तहत काम करने वाले कर्मियों को लॉकडाउन की अवधि का पहले की तय शर्तों के साथ भुगतान किया जाएगा।