पंजाब में नए सीएम के तौर पर चरणजीत सिंह चन्नी ने कमान संभाल ली है। शपथ लेने के बाद ही चन्नी ने कई घोषणाएं की हैं। इन घाषणाओं से राज्य के कर्मचारियों को भी बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है।

सीएम के तौर पर अपने पहले प्रेस कांफ्रेंस में चरणजीत सिंह चिन्नी ने हड़ताली कर्मचारियों से अपील करते हुए कहा कि वो हड़ताल वापस ले लें और काम पर लौट जाएं। सीएम ने कहा कि कर्मचारी उन्हें कुछ वक्त दें, उनकी समस्याओं को दूर कर लिया जाएगा। अगर सीएम अपने वादे पर खरे उतरते हैं तो इन कर्मचारियों को सातवें वेतन का लाभ मिल सकता है।

पंजाब में पिछले कई दिनों से पनबस और पीआरटीसी के कच्चे कर्मचारी हड़ताल पर हैं। कर्मचारियों के इस हड़ताल से पंजाब में कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। कर्मचारियों की मांग है कि उन्हें परमानेंट किया जाए। अभी तक परमानेंट वाले मसले को लेकर कोई हल नहीं निकला है।

कर्मचारियों का कहना है कि वो लोग 10-15 साल से नौकरी कर रहे हैं, सरकार ने वादा किया था कि उन्हें पक्का किया जाएगा, लेकिन अभी तक उन्हें पक्का नहीं किया गया है। कर्मचारियों का आरोप है कि अब पक्का करने की बजाय उन्हें नौकरी से भी निकाला जा रहा है। इन कर्मचारियों ने पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह के आवास का घेराव किया था, जिसके बाद कैप्टन ने इनके साथ मीटिंग करने का ऐलान किया था, लेकिन इसी बीच उनकी कुर्सी चली गई, जिसके बाद नए सीएम ने कर्मचारियों ने हड़ताल खत्म करने की अपील करते हुए उनकी समस्याओं को दूर करने भरोसा दिया है।

अगर इन कर्मचारियों को पक्का कर दिया जाता है, जैसा कि नए सीएम ने भरोसा दिलाया है तो उन सैंकड़ों कच्चे कर्मचारियों को बहुत फायदा होगा जो काम तो पक्के कर्मचारियों के बराबर करते हैं, लेकिन सुविधाओं और वेतन में उनसे काफी पीछे हैं। पक्के होने के बाद इन कर्मचारियों को सातवें वेतन आयोग का लाभ मिल सकेगा।

बता दें कि सीएम चन्नी ने अपने प्रेस कांफ्रेंस में कमर्चारियों के साथ-साथ किसानों की समस्याओं से संबंधित भी कुछ बडे़ ऐलान भी किए हैं। सीएम ने कहा कि कांग्रेस ने एक आम आदमी को मुख्यमंत्री बनाया है। हम किसानों के बिजली और पानी बिल माफ करेंगे। इसके साथ ही केंद्र से नए कृषि कानूनों को वापस लेने की भी अपील की है।