कोरोना संकट के बीच मध्य प्रदेश के शिक्षकों को वेतन भुगतान पर बड़ी राहत मिली है। सरकार ने तय किया है कि शिक्षकों को रक्षा बंधन से पहले अटके हुए वेतन का भुगतान किया जाएगा। सरकार के इस फैसले से प्रदेश के 1 लाख से ज्यादा शिक्षकों को त्योहार से पहले सौगात मिल गई है। शिक्षकों को बीते तीन महीने से वेतन न मिलने के मुद्दे पर काफी असमंजस की स्थिति थी। इन एक लाख शिक्षकों में ज्यादात्तर प्राइमरी स्कूल से जुड़े हैं।
दरअसल शिक्षण संचालनालय की कमिश्नर जयश्री कियावत ने इस संबंध में अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं। प्रदेश के सभी जिला शिक्षा अधिकारी व जिला कोषालय अधिकारियों से वीडिय के जरिए बातचीत में निर्देश दिए कि बजट मद ट्रांसफर कर दिया जाएगा।
अधिकारियों से कहा गया है कि वे वेतन से जुड़े तमाम बिलों को तैयार रखें। अधिकारियों ने इस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान बजट न मिलने की बात कही थी जिसपर जयश्री कियावत ने अधिकारियों से कहा कि बजट की व्यवस्था की जा रही है।
बता दें कि डेढ़ महीने पहले अध्यापक संवर्ग से शिक्षकों को शिक्षा विभाग में शामिल किया गया था। इनमें एक लाख के करीब वे शिक्षक हैं जिन्हें अप्रैल, मई, जून का वेतन नहीं मिल सका है। मालूम हो कि कोरोना संकट के चलते और तीन महीने के लॉकडाउन के चलते कई राज्यों के सरकारी खजाने में भारी गिरावट आई है।
इस वजह से राज्य सरकारें कर्मचारियों के वेतन और भत्तों में कटौती कर चुकी है। केंद्र सरकार के कर्मचारियों के महंगाई भत्ते पर सरकार ने बड़ा फैसला लिया था। मोदी सरकार ने अप्रैल में तय किया है कि केंद्र सरकार के कर्मचारियों और पेंशनभोगियों का जनवरी 2020 से जून 2021 तक महंगाई भत्ता नहीं बढ़ेगा।