टेलीकॉम इंडस्ट्री में राहत की सुगबुगाहट तो 14 सितंबर से ही देखने को मिलनी शुरू हो गई थी। जिसकी वजह से तीन दिन पहले वोडाफोन आईडिया कंपनी के शेयरों में तेजी देखने को मिलनी शुरू हो गई थी। तीन दिन में कंपनी के शेयरों में 41 फीसदी से ज्यादा की तेजी देखने को मिल चुकी है। तीन दिन में निवेशकों को प्रति शेयर पर 3.49 रुपए का फायदा हो चुका है। यानी किसी के पास कंपनी के 10,000 शेयर हैं तो इस दौरान निवेशकों को 34,900 रुपए का फायदा हो चुका है।
आज आई करीब 26 फीसदी की तेजी
आज कंपनी के शेयरों में 26 फीसदी की तेजी देखने को मिली है। जिसके बाद कंपनी के शेयर 11.25 रुपए की तेजी देखने को मिली है। जबकि कल कंपनी के शेयर 8.93 रुपए पर बंद हुए थे। यानी कल के मुकाबले कंपनी के शेयर 2.32 रुपए की तेजी के साथ बंद हुए हैं। जबकि आज कारोबारी सत्र के दौरान कंपनी के शेयर 11.47 रुपए के साथ दिन के उच्च स्तर पर बंद हुए हैं। जबकि जनवरी के महीने में कंपनी के शेयर 13.80 रुपए के साथ 52 हफ्तों की ऊंचाई पर पहुंच गए थे।
तीन दिनों में 41 फीसदी से ज्यादा की तेजी
अगर बात 14 सितंबर से आज तक की बात करें तो कंपनी के शेयरों में 41 फीसदी से ज्यादा की तेजी देखने को मिल चुकी है। 14 सितंबर को कंपनी का 7.96 रुपए प्रति शेयर पर बंद हुए थे। जबकि आज कंपनी के शेयर 11.25 रुपए बंद हुए हैं। यानी इन तीन दिनों में कंपनी के शेयरों में 3.49 रुपए की तेजी दखने को मिल चुकी है।
निवेशकों को हुआ बड़ा फायदा
वहीं सरकार की ओर से किए गए फैसलों की वजह से कंपनी के साथ निवेशकों को भी काफी फायदा हुआ है। अगर किसी निवेशक के पास 10 हजार शेयर होंगे तो तो 3.49 रुपए प्रति शेयर के फायदे के हिसाब से निवेशक को तीन दिनों में 34,900 रुपए का फायदा हो चुका है।
सरकार ने दी है टेलीकॉम सेक्टर को राहत
सरकार ने एजीआर यानी एडजस्ट ग्रॉस रेवेन्यू संकट से फंसी टेलीकॉम कंपनियों को फायदा देने के लिए सरकार ने कई तरह के फैसले किए हैं। सरकार की ओर से एजीआर के परिभाषा को चेंज किया है। वहीं बैंक गारंटी को तर्कसंगत बनाया है। टेलीकॉम ऑपरेटर को 4 साल का मोरेटोरियम का भी ऑप्शन मिला है। वहीं टेलीकॉम सेक्टर में 100 फीसदी एफडीआई की अनुमति है। साथ ही नीलामी में किश्त भुगतान को सुरक्षित करने के लिए किसी भी बैंक गारंटी की आवश्यकता नहीं होगी। भविष्य की नीलामी में स्पेक्ट्रम का टेन्योर 20 से बढ़ाकर 30 वर्ष कर दिया गया है।