प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हालात मार्च 2019 तक सुधरेंगे और फिलहाल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का वक्त भी खराब चल रहा है। ऐसा कहना है काशी विद्वत परिषद के संगठन मंत्री और ज्योतिषाचार्य पंडित ऋषि द्विवेदी का। दरअसल, ज्योतिषाचार्य पंडित ऋषि द्विवेदी ने ये बातें भाजपा और पीएम मोदी की कुंडली के अध्ययन के आधार पर कही हैं। उनका कहना है कि भाजपा की कुंडली के हिसाब से ग्रहों में हो रहे परिवर्तन की वजह से ऐसा हो रहा है। ग्रहों के परिवर्तन का यह क्रम मार्च 2019 तक ही रुकेगा। उन्होंने बताया, “भाजपा का स्थापना दिवस 6 अप्रैल 1980 है, यानी यह उसकी जन्मतिथि हुई। इसके हिसाब से भाजपा की कुंडली फिलहाल मिथुन लग्न वृश्चिक राशि की कुंडली है।”
पंडित ऋषि द्विवेदी ने इनाडु इंडिया को बताया कि 22 अक्टूबर 2012 से भाजपा की कुंडली में सूर्य की महादशा चल रही है। यह महादशा पूरे 6 साल तक ऐसे ही चलती है। इस तरह से यह महादशा 22 अक्टूबर 2018 को समाप्त होगी। इसके अलावा सूर्य की महादशा में ही शुक्र की अंतर्दशा भी चल रही है। शुक्र की यह अंतर्दशा 22 अक्टूबर 2017 से 22 अक्टूबर 2018 तक चलती रहेगी। कुंडली का यह घटनाक्रम दर्शाता है कि भाजपा के लिए सूर्य की महादशा बहुत उत्तम रही है। द्विवेदी जी का कहना है कि इसी वजह से भाजपा ने केंद्र और कई प्रदेशों में सत्ता हासिल की है। उन्होंने यह भी बताया कि भाजपा की कुंडली से 22 अक्टूबर 2018 के बाद सूर्य की महादशा जा रही है और चंद्रमा की महादशा आ रही है। ऐसे में, चंद्रमा की महादशा मिथुन लग्न के लिए मारकेश दशा होती है जो कष्टदायक है।
पीएम मोदी की कुंडली के सन्दर्भ में उनका कहना है कि मोदी के जन्मदिन यानी 17 सितंबर 1950 के हिसाब से वृश्चिक लग्न वृश्चिक राशि में उनका जन्म हुआ है। इस हिसाब से वर्तमान में चंद्रमा भाग्येश की महादशा चल रही है, जो 2021 तक रहेगी। इसके साथ ही चंद्रमा की महादशा में बुध का अंतर चल रहा है, जो 30 सितंबर 2017 से 3 मार्च 2019 तक रहेगा। मोदी की इन दोनों कुंडलियों की बीच का कारक शनि फिलहाल वक्री हो रहा है। यह 24 अप्रैल शाम 5 बजकर 56 मिनट पर वक्री हो जाएगा, जो 6 महीने 28 अगस्त तक रहेगा। इससे मोदी के सामने चुनौतियां खड़ी हो सकती हैं। इसके अलावा, मोदी की कुंडली में मार्च 2019 के बाद बुध की दशा खत्म होगी और केतु की शुरू हो जाएगी। केतु वृश्चिक लग्न के लिए पंचमेश बृहस्पति के स्थान पर उत्तम फल देता है। ऐसा होने के बाद पीएम के लिए अच्छे हालात बन सकते हैं।