एक बेहद अजीब मामला सामने आया है। हुआ ये है कि थॉमस कुक एयरलाइन्स ने एक महिला को सिर्फ इसलिए यात्रा करने से मना कर दिया क्योंकि उसने क्रॉप टॉप पहना था। पीड़ित महिला बर्मिंघम से केनेरी आइलैंड जा रही थी। पीड़िता ने इस बाबत सोशल मीडिया पर अपना आक्रोश जाहिर किया है। सोशल मीडिया में इस बात के फैलने के बाद एयरलाइन्स ने अपने व्यवहार पर माफी मांगी है। मामला 12 मार्च का है। 21 वर्षीय एमिली ओ कॉनर इंग्लैंड के बर्मिंघम से केनेरी आईलैंड जा रही थीं। एमिली जब फ्लाइट में घुसीं तब थॉमस कुक एयरलाइन्स के स्टाफ ने उनसे कहा कि जो क्रॉप टॉप और हाईवेस्ट पैंट आपने पहनी है उसे बदलना या फिर ढंकना पड़ेगा। एयरलाइन्स स्टाफ का कहना था कि उनकी ड्रेस काफी ऑफेंसिव है। फ्लाइट स्टाफ ने एमिली से साफ कह दिया कि या तो वो इसे बदलें या फिर फ्लाइट से बाहर चली जाएं।

माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर एमिली ने अपने साथ हुई इस शर्मनाक घटना की जानकारी दी है। एमिली ने लिखा कि, ‘ये मेरे जीवन का सबसे लिंगभेदी, गलत, शर्मनाक अनुभव था। वो लोग मुझे और मेरे सामान को बाहर निकालने के लिए पूरी तरह से आमादा थे।’ बकौल एमिली फ्लाइट स्टाफ की आपत्ति के बाद उन्होंने दूसरे सहयात्रियों से पूछा भी कि उन्हें मेरी ड्रेस से तकलीफ है क्या? लेकिन इस पर किसी ने आपत्ति नहीं जताई। सिर्फ वहां बैठे एक शख्स ने गाली देते हुए कहा कि अपना मुंह बंद करो और इसके ऊपर चुपचाप एक जैकेट पहनो। एमिली का कहना है कि जब सहयात्री ने मेरे साथ ये बदतमीजी की तब फ्लाइट स्टाफ वहीं खड़ा था लेकिन किसी ने मेरा साथ नहीं दिया।

एमिली ने बताया कि फ्लाइट स्टाफ के रवैये को देखते हुए उनके साथ सफर कर रहे उनके कजिन ने अपनी जैकेट एमिली को ऑफर की। एमिली ने ना चाहते हुए भी जैकेट पहनी। एमिली का कहना है कि जब तक मैंने वो जेकेट पहन नहीं ली तब तक फ्लाइट का स्टाफ वहीं खड़ा रहा।

इस घटना पर बवाल बढ़ता देख एयरलाइन्स की तरफ से माफी मांगी गई है। एयरलाइन्स की तरफ से कहा गया है कि, ‘हम अपने स्टाफ की तरफ से किये गए व्यवहार के लिए आपसे माफी मांगते हैं। हम इस सिचुएशन को बेहतर तरीके से हैंडल कर सकते थे।’