आदिपुरुष फिल्म के डायलॉग को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। संवाद लिखने वाले लेखक मनोज मुंतशिर लोगों के निशाने पर है। सोशल मीडिया पर उन्हें खूब ट्रोल किया गया है। इतना ही नहीं, फिल्म में दिखाया गया है कि जब लक्ष्मण मूर्छित हो जाते हैं तो विभीषण की पत्नी संजीवनी बूटी को लेकर जानकारी देती है। हालांकि इस पर जवाब मनोज मुंतशिर से सवाल पूछा गया तो वह इस सवाल से बचते नजर आये।

क्या विभीषण की पत्नी ने किया था संजीवनी बूटी की पहचान?

आदिपुरुष फिल्म में विभीषण की पत्नी के रोल को लेकर जब मनोज मुंतशिर से पूछा गया, “आदिपुरुष में संजीवनी की जानकारी विभीषण की पत्नी दे रही हैं, ये किस रामायण का सन्दर्भ है?” इस पर मनोज मुंतशिर कहते हैं, “इसके लिए आपको डायरेक्टर ओम राउत से बात करनी पड़ेगी! संवाद मैंने लिखे हैं लेकिन संवाद पटकथा पर लिखे जाते हैं।”

क्या बोले मनोज मुंतशिर?

मनोज मुंतशिर ने कहा, “हमारी कहानी रामायण से प्रेरित है। हमारी कथा एक प्रसंग और एक युद्ध से प्रेरित है। फिल्म के पात्र को लेकर मुझसे सवाल नहीं होने चाहिए, संवाद को लेकर आपत्ति है, जिसको हमने सामने आकर बदलाव करने की बात कही है।” मनोज ने यह भी कहा, “ओम राउत ने मेरे सामने कहानी के पात्र दिए हैं, मैंने संवाद लिखा। विभीषण की पत्नी इसमें कहां से आईं, इसका जवाब ओम राउत अच्छे से दे पाएंगे।”

फिल्म पर विवाद बढने पर मनोज मुंतशिर ने ट्वीट किया, “रामकथा से पहला पाठ जो कोई सीख सकता है, वो है हर भावना का सम्मान करना। सही या गलत, समय के अनुसार बदल जाता है, भावना रह जाती है। आदिपुरुष में 4000 से भी ज़्यादा पंक्तियों के संवाद मैंने लिखे, 5 पंक्तियों पर कुछ भावनाएं आहत हुईं। उन सैकड़ों पंक्तियों में जहां श्री राम का यशगान किया, मां सीता के सतीत्व का वर्णन किया, उनके लिए प्रशंसा भी मिलनी थी, जो पता नहीं क्यों मिली नहीं।”

मनोज मुंतशिर शुक्ला ने लिखा, “हो सकता है, 3 घंटे की फ़िल्म में मैंने 3 मिनट कुछ आपकी कल्पना से अलग लिख दिया हो, लेकिन आपने मेरे मस्तक पर सनातन-द्रोही लिखने में इतनी जल्दबाज़ी क्यों की, मैं जान नहीं पाया क्या आपने ‘जय श्री राम’ गीत नहीं सुना, ‘शिवोहम’ नहीं सुना, ‘राम सिया राम’ नहीं सुना? आदिपुरुष में सनातन की ये स्तुतियां भी तो मेरी ही लेखनी से जन्मी हैं। ‘तेरी मिट्टी’ और ‘देश मेरे ’भी तो मैंने ही लिखा है।”