देश के कई हिस्सों में लाउडस्पीकर पर अजान को लेकर विरोध हो रहा है। अजान के विरोध में लोग लाउडस्पीकर पर हनुमान चालीसा पढ़ रहे है। अब बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने अजान और हनुमान चालीसा पर मचे विवाद के बीच अपनी प्रतिक्रिया दी है। लालू प्रसाद यादव का कहना है कि हनुमान चालीसा पढ़ना है तो मंदिर में जाइए।

लालू प्रसाद का एक बयान सामने आया है, जिसमें वह कह रहे हैं कि “हनुमान चालीसा पढ़ना है तो मंदिर में जाइए, मस्जिद में क्यों जा रहे हो? ये लोगों को परेशान करने जाते हैं, जिससे लोग रिएक्ट करें और दंगा हो। ये लोग देश को टुकड़ों में बांटना चाहते है।”

लालू प्रसाद यादव के इस बयान पर लोग अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। विवेक कुमार नाम के यूजर ने लिखा कि ‘नमाज भी मस्जिद में ही अदा करना चाहिए, सड़क और सार्वजनिक स्थान पर नहीं।’ प्रमिला पोद्दार नाम की यूजर ने लिखा कि तो ‘मस्जिद में इतना तेज लाउडस्पीकर क्यों बजाया जाए कि हमें सुनाई दे।’ अमरदीप जैसवाल नाम के यूजर ने लिखा कि ‘लालू जी, बधाई आप तो बाहर आ गए लगता है। दोबारा जाने से पहले हनुमान चालीसा पढ़ लीजियेगा, भला होगा।’

रवि जैन नाम के यूजर ने लिखा कि ‘नमाज पढ़ना है तो घरों में पढ़ें, सड़को में लाइन लगाकर क्यों ? बात तो बराबरी की है ना.. तुम करो तो ठीक, दूसरा करे तो गलत.. यह कहां का न्याय है।’ आकांक्षा नाम की यूजर ने लिखा कि ‘लालू जी आप भी घी-रोटी खाते, काहे गैया-भैंसिया के चारे का घोटाला कर लिए।’ शिवचरण नाम के यूजर ने लिखा कि ‘बिलकुल सही, हर कार्य का एक स्थान निश्चित है।’

अजय नाम के यूजर ने लिखा कि ‘फिर तो अजान और नमाज भी मस्जिद तक ही सीमित रहना चाहिए, सड़क पर क्यों, आप अपनी घी पर रोटी सेंकने मे लगे हुए हैं।’ बसंत नाम के यूजर आईडी से लिखा गया कि ‘किसी ने मस्जिद में जाकर हनुमान चालीसा नहीं पढ़ा, घर के बगल की मस्जिद से पांच वक्त नमाज सुनने को मजबूर हिन्दू को अपने घर पर लाउडस्पीकर लगाकर हनुमान चालीसा पढ़ने का उतना ही अधिकार है, जितना इन्हें अजान देने का।’

बता दें कि मस्जिद से लाउडस्पीकर पर होने वाली नमाज को लेकर कई जगहों पर विरोध हो रहे हैं। महाराष्ट्र से शुरू हुआ ये विवाद देश के कई राज्यों में फैल चुका है। कई राज्यों में लाउडस्पीकर की आवाज को कम किया जा रहा जबकि कुछ जगहों पर लाउडस्पीकर हटाया भी जा रहा है।