नोट बंदी पर एक पूर्व फौजी का पोस्ट वायरल हुआ है। इस पर लोग तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। कोई फौजी को आप का एजेंट बता रहा है तो कोई उसे सरकार के खिलाफ नहीं बोलने और दूसरे फौजी भाइयों की तरह 20-20 घंटे खड़े रहकर देश की सेवा करने के दिनों की याद दिलाकर देशभक्ति का पाठ पढ़ा रहा है। पूर्व फौजी ने डिमोनेटाइजेशन की राह में सैनिकों को नहीं घसीटने की सलाह दी है।
दरअसल, लेफ्टिनेंट कर्नल (रिटायर्ड) दर्शन ढिल्लन ने अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा है, “एक दिन मैं एटीएम की लाइन में खड़ा-खड़ा परेशान हो गया था। मैंने उस वक्त इस मामले में कुप्रबंधन पर कुछ सवाल उठाए लेकिन कुछ मोदी भक्त जो मेरे पीछे खड़े थे, उनलोगों ने तुरंत प्रतिक्रिया दी कि उन सैनिकों के बारे में सोचिए जो सीमा पर 20-20 घंटे खड़े होकर ड्यूटी करते हैं। जब मैंने उसे कहा कि यह मैं 20 वर्षों तक कर चुका हूं, तब उन्हें झटका महसूस हुआ।”
फेसबुक पर दर्शन ढिल्लन के इस पोस्ट के वायरल होते ही लोगों ने तमाम तरह की प्रतिक्रियाएं दी हैं। किसी ने सरकार के इस कदम को सही करार दिया तो किसी ने दर्शन ढिल्लन को आम आदमी पार्टी का समर्थक करार दिया। दर्शन ढिल्लन ने भी मोदी सरकार को ‘वन रैंक वन पेंशन’ की दिशा में ठोस कदम उठाने की सलाह दी है। कुछ लोगों ने मोदी सरकार को गरीबों और सीनियर सिटीजन का ख्याल रखने की सलाह दी है। हालांकि, कुछ यूजर्स का कहना है कि मोदी सरकार के इस कदम से कालाधन पर रोक लगाया जा सकता है। इसलिए इस दिशा में हमें थोड़ा कष्ट सह लेना चाहिए।
गौरतलब है कि 500 और 1000 के नोट बंद करने के बाद 10 नवंबर से ही लोगों की लंबी कतारें एटीएम सेन्टर्स पर लगी हैं। देशभर के लोग खुल्ले पैसे की कमी झेल रहे हैं। सरकार ने एटीएम से प्रतिदिन 2500 रुपये तक की निकासी की सीमा तय की है। इसलिए लोग एटीएम पर लंबी-लंबी कतारों में खड़े हैं। कई जगहों पर तो एटीम मशीनें काम नहीं कर रही हैं।