क्रिकेटर गौतम गंभीर कश्मीर के हालातों पर अपनी प्रतिक्रियाओं को लेकर एक बार फिर सुर्खियों में हैं। शुक्रवार (1 जून) को श्रीनगर के डाउनटाउन के नौहट्टा इलाके में सीआरपीएफ की गाड़ी के नीचे आकर मरे एक प्रदर्शनकारी और अगले ही दिन पुलिस के द्वारा सीआरपीएफ के खिलाफ दर्ज किए गए मामले के बाद से घाटी में माहौल तनावपूर्ण है। इसी के चलते गौतम गंभीर ने समस्या का निदान करने के लिए ट्वीटर पर कई सुझाव परोसे। जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अबदुल्ला के राजनीतिक सचिव कश्मीरी नेता तनवीर सादिक ने गौतम गंभीर सुझावों पर तंज मारते हुए जवाब दिया। तनवीर ने रीट्वीट में लिखा- ”मेरे पास भी एक उपाय है गौतम गंभीर। जब तक तुम चल नहीं रहे हो क्रिकेट छोड़ दो और कश्मीर में मेरे मेहमान बनो और श्रीनगर के डाउन टाउन में जैसे मैं रहता हूं, तुम भी रहो, मेरा विश्वास करो कि कोई तुम्हें छुएगा नहीं! इसके अलावा तुम्हें गरीब कश्मीरियों की दुर्दशा समझाने का कोई तरीका नहीं है जो कि हासिये पर हैं।”

इस पर गौतम गंभीर ने जवाब दिया- ”करदाताओं के पैसों पर रहने और सभी सुखों का आनंद लेते हुए और निर्दोष कश्मीरियों को मूर्ख बनाने के बजाय तुम लोगों ने इतने वर्षों तक क्या किया।” गौतम गंभीर ने कश्मीर की समस्या सुलझाने के लिए एक समाधान सुझाया था। गौतम गंभीर ने ट्वीट में कहा था-  ”मेरे पास एक समाधान है। जो भी राजनेता कश्मीर में अपने परिवार के साथ बिना किसी सुरक्षा के कश्मीर के दुर्गम इलाके में एक हफ्ते का समय बिताएगा, उसे ही 2019 में चुनाव लड़ने की इजाजत दी जाए। इसे अनिवार्य बनाया जाए। इस विकल्प के अलावा अन्य किसी तरह से वे सुरक्षाबलों की परेशानियों और कश्मीरी होने के असली मतलब को नहीं समझ पाएंगे।”

इसके पहले गंभीर ने ट्वीट किया था- ”मैं हैरान हूं कि भारत अब भी यह सोचता है कि पत्थरबाजों से कमरे में बैठकर बातचीत की जा सकती है! छोड़िये यह सब और असलियत को पहचानिए। मुझे और मेरे सुरक्षाबलों को अपनी राजनीतिक इच्छाशक्ति दिखाइए, मेरी सीआरपीएफ परिणाम दिखा देगी।”