Mahakumbh 2025 Harsha Richhariya News: प्रयागराज कुंभ से वायरल होकर चर्चा में आई हर्षा रिछारिया के बारे में हर दिन कोई नई जानकारी सामने आ रही है। वे सोशल मीडिया पर छाई हुईं हैं। वे संगमनगरी में गले में रुद्राक्ष, फूलों की माला, माथे पर तिलक और साध्वी के केसरियां रंग के कपड़ों में घूम रहीं हैं। लोगों ने उन्हें सबसे खूबसूरत साध्वी का टैग दे दिया है, हालांकि उनका कहना था कि वे कोई साध्वी नहीं हैं और उन्होंने सन्यास नहीं लिया है। उनका कहना था कि मुझे मेरे जीवन में जो कुछ करना था वो करने के बाद अब ये मैं हूं। सुकून की खातिर मैंने खुद में बदवाल किया है और यह बदलाव कभी भी किसी के भी जीवन में हो सकता है।
इसी बीच मीडिया ने उनके माता-पिता से बात की है, उनका कहना है कि हमें अपनी बेटी पर गर्व है, वह बचपन से ही आध्यात्मिक थी। हमारी बेटी बहुत अच्छी है, वह बेहद सामान्य है और घर के सारे काम खुद करती है। हालांकि माता-पिता ने जो कुछ कहा है उससे कुछ नई जानकार सामने आई है। खासकर लोगों के मन में यह बात थी कि वे शादी करेंगी या नहीं। इस पर हर्षा के माता-पिता का कहना है कि हमारी बेटी शादी करेगी। मां का कहना है कि हमने दो लड़के देखे हैं वहीं पिता ने बताया कि शादी 2025 में हो सकती है और अगर इस साल नहीं हुई तो 2026 में हो जाएगी।
बता दें कि हर्षा की मां सिलाई और घरेलू काम काम करती हैं वहीं पिता कंडक्टर का काम करते हैं। हर्षा साधारण परिवार से ताल्लुक रखती हैं। हर्षा रिछारिया ने बीबीए की पढ़ाई की और फिर एंकरिंग का कोर्स भी किया है। हर्षा आचार्य महामंडलेश्वर की शिष्या हैं और महाकुंभ में वह निरंजनी अखाड़े से जुड़ी हुई हैं। अपने इंस्टा पेज पर उन्होंने खुद को एंकर, मेकअप आर्टिस्ट, सोशल एक्टिविस्ट, सोशल मीडिया इंफ्लूएंसर और ट्रैवल ब्लॉगर बताया है।
शादी पर पिता ने क्या कहा?
हर्षा के पिता का कहना है कि वे उन्होंने अपनी बेटी के लिए दो लड़के देखे हैं। वे जल्द ही हर्षा की शादी तय करेंगे, उन्होंने लोगों से अपील की कि हर्षा को साध्वी कहकर ट्रोल करना बंद करें क्योंकि उन्होंने संन्यास नहीं लिया है, बल्कि केवल गुरु दीक्षा ली है। हम पूरे विधि विधान के साथ उसकी शादी भी करेंगे। हर्षा ने सिर्फ महामंडलेश्वर से गुरु दीक्षा ली है, उनका कहना है कि हर्षा शुरू से ही भगवान शिव की पूजा करती हैं। मीडियो को दिए गए इंटरव्यू में पिता ने यह भी बताया कि उसने उत्तराखंड के ऋषिकेश में समय बिताना शुरू किया और समाज सेवा के लिए एक एनजीओ भी बनाया। उनका कहना है कि उनकी बेटी अब समाज सेवा के लिए काम करेंगी।
मां ने कहा मेरी बेटी बहुत अच्छी है
हर्षा की मां किरण रिछारिया घर से बुटीक चलाती हैं, उनका कहना है कि हर्षा के भक्ति भाव के रूप को देखकर हम खुश हैं। हमारी बेटी ने नाम रोशन किया है, वह घर का सारा काम करती है, भगवान ऐसी बेटी सबको दें। हमारी बेटी का झुकाव बचपन से ही धर्म और आध्यात्म की ओर था। तीन साल पहले हर्षा ने केदारनाथ की यात्रा के समय अपने जीवन को बदलने की इच्छा जाहिर की थी। आपकी इस पर क्या राय है?