नोटबंदी के बाद से मोदी सरकार का विरोध हो रहा है। लोग सड़कों से लेकर सोशल मीडिया तक पर सरकार और उसके नोटबंदी वाले फैसले के खिलाफ बोल रहे हैं। लेकिन कुछ लोग मोदी सरकार के समर्थन में भी हैं। ये वे लोग हैं जो नोटबंदी के फैसले को ठीक बताते हैं और विपक्ष के प्रदर्शन को गलत बताते हैं। कुछ ऐसे ही लोग शुक्रवार (25 नवंबर) को #विपक्ष_की_दाढ़ी_में_तिनका पर ट्वीट कर रहे थे। एक ने लिखा, ‘विपक्ष रोज नए नोटों में नई नई गलतियां खोज कर ला रहा है,आज ही कोई कह रहा था कि गांधी जी के चश्मे का नंबर गलत है’, दूसरे ने लिखा, ‘मोदी ने तैयारी नहीं की, ये आलोचना का विषय है और मोदी ने तैयारी करने नहीं दी ये सारी समस्या की जड़ है!’, एक ने मनमोहन सिंह पर निशाना साधते हुए लिखा, ‘मनमोहन सिंह ने नोटबन्दी को ‘संगठित लूट’ बताया क्योंकि उनके ज़माने में तो ‘एकाधिकार लूट’ का फैशन था’, एक ने मायावती पर निशाना साधते हुए लिखा, ‘जिसके हाथी ने लोकसभा चुनाव में अंडा दिया आज वो चुनाव करवाना चाहती हैं समझ सकते हैं दर्द UP चुनाव के लिए फंड नहीं है’, एक ने लिखा, ‘मोदी सरकार पाकिस्तान, आतंकवादा, नक्सलवाद, कालेधन और भ्रष्टाचार से लड़ रही है वहीं विपक्ष सिर्फ सरकार से लड़ने में व्यस्त है।’ दूसरे ने लिखा कि मोदी को संसद में देखते ही विपक्ष के नेता संसद से नौ दो ग्यारह हो गए थे।
मोदी सरकार द्वारा 8 नवंबर को नोटबंदी का एलान किया गया था। मोदी द्वारा किए गए एलान में कहा गया था कि 30 दिसंबर के बाद से 500 और 1000 रुपए के नोट अमान्य हो जाएंगे। लोगों से उनके नोटों को बैंकों में जमा करने के लिए कहा गया था। हालांकि, कुछ जगहों पर नोटों को चलाने की इजाजत मिली थी। जिसे 24 नवंबर यानी कल के बाद से बंद कर दिया। अब सिर्फ 500 रुपए के नोट ही चल सकते हैं। वह भी सिर्फ 15 दिसंबर तक। वहीं 1000 के नोटों को अब बैंक में ही जमा करवाना होगा।
बैंकों और एटीएम के बाहर लगी लाइन खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। आम लोगों के अलावा विपक्षी दल भी सरकार को निशाने पर लेने का मौका नहीं छोड़ रहे। संसद में शीतकालीन सत्र की कार्यवाही भी इस वजह से नहीं हो पा रही। आठ दिन से संसद में हंगामे के अलावा कोई काम नहीं हुआ है। विपक्षी दल लगातार पीएम मोदी को संसद में आकर बहस करने की चुनौती दे रहे हैं।
देखिए #विपक्ष_की_दाढ़ी_में_तिनका पर कैसे-कैसे ट्वीट आ रहे हैं –
https://twitter.com/nareshparihar16/status/801984141046579200
200 सांसद नोटबंदी पर एकजुट हुए
आतंकवाद के खिलाफ 20 MP को भी एकजुट
होते कभी देखा है??#bharatagainstcorruption #विपक्ष_की_दाढ़ी_में_तिनका— laxu Choudhary ?? (@LaxmiChoudhar16) November 24, 2016
https://twitter.com/Ggaurav1122/status/801811216515629057
https://twitter.com/TweetQueeen/status/802043908439961600
https://twitter.com/TweetQueeen/status/802030888292782080
https://twitter.com/aadikamle/status/801849186765262849
https://twitter.com/Goswami_Arnab_/status/801833209231077376
https://twitter.com/terikahkelunga/status/801792058772115456
मनमोहन सिंह ने नोटबन्दी को 'संगठित लूट' बताया
क्योंकि उनके ज़माने में तो 'एकाधिकार लूट' का फैशन था। #विपक्ष_की_दाढ़ी_में_तिनका— अनिल सिंह ?? (@AnilSingh2810) November 24, 2016