मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एक बार फिर विवादों में फंस गए हैं। इस बार शिवराज सिंह चौहान के जूतों को एक सहयोगी द्वारा हाथ में लिए हुए दिखाया गया है। बुधवार को उज्जैन में हुए एक कार्यक्रम के दौरान शिवराज के एक सहयोगी ने उनके जूते हाथों में लिए हुए थे। इस घटना का वीडियो बुधवार को सोशल मीडिया पर तेजी से फैल गया। इस घटना के सामने आने के बाद अभी तक मुख्यमंत्री की ओर से कोई भी सफाई नहीं आई है। बता दें कि इससे पहले शिवराज सिंह सुरक्षाकर्मियों द्वारा गोदी में उठाए जाने के कारण चर्चा में आए थे।

वायरल हुए वीडियो में सीएम शिवराज सिंह चौहान मोजे पहनकर चलते हुए दिखाई दे रहे हैं, वहीं उनका एक सहयोगी हाथ में जूते लिए हुए चल रहा है। चौहान एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए उज्जैन के तपोभूमि पहुंचे थे। वहां सिंह बीजेपी कार्यकर्ताओं के ट्रेनिंग प्रोग्राम में बतौर मुख्य वक्ता शामिल हुए थे। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर आने के बाद विवाद खड़ा होने की आशंका जताई जा रही है। हालांकि उज्जैन बीजेपी के जिलाध्याक्ष श्याम बंसल ने टीओआई को बताया कि जिस शख्स को सीएम का जूता लिए हुए दिखाया गया है वह मुख्यमंत्री का स्टाफ नहीं है। मुख्यमंत्री ने मंदिर प्रांगढ़ के अनुशासन को भरकरार रखते हुए जूते उतार कर मुनि प्रज्ञा सागर गए थे। उन्होंने बताया कि जूते उठाने वाला शख्स पार्टी का एक कार्यकर्ता है।

गौरतलब है कि अगस्त महीने में बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करते हुए पन्ना जिले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गोदी में उठाया गया था। जिसके कारण वह ट्विटर पर सुर्खियों में आ गए थे। यूजर्स ने उनका जमकर मजाक उड़ाया। बाढ़ प्रभावित इलाके का दौरा करने के दौरान सीएम पन्ना पहुंचे थे, यहां पानी ज्यादा होने के कारण सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें गोद में उठा लिया था। कहा गया था कि पानी सीएम के घुटने के नीचे थे। मध्य प्रदेश सरकार के जनसंपर्क विभाग की ओर से कहा गया था कि सीएम की सुरक्षा के लिहाज से सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें गोद में उठाया था।

देंखे वीडियो: