पत्रकार बरखा दत्त ने सुप्रीम कोर्ट को डियर कहकर संबोधित किया तो उन्हें कोर्ट में केस करने की धमकी मिल गई। दरअसल गुरुवार को सर्वोच्च न्यायालय ने निजता के अधिकार पर बड़ा फैसला दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने निजता के अधिकार को मौलिक अधिकार करार दिया है। 9 जजों की बेंच से सर्वसम्मति से ये फैसला दिया है। इस फैसले के बाद देश के किसी भी नागरिक की निजी जानकारी सार्वजनिक नहीं की जा सकेगी। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि ‘निजता’ की सीमा तय करना संभव है। सुप्रीम कोर्ट ने ये फैसला आधार योजना के खिलाफ दायर याचिका पर दी है। निजता के अधिकार का मामला सामने तब आया जब कई सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए सरकार ने आधार कार्ड को अनिवार्य कर दिया था। याचिका में आधार योजना की वैधता को इस आधार पर चुनौती दी गई थी कि यह निजता के अधिकार का उल्लंघन है। सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले को सोशल मीडिया पर जमकर सराहा जा रहा है। इसी के तहत बरखा दत्त ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी। बरखा दत्त ने कोर्ट के इस फैसले का स्वागत करते हुए लिखा- डियर कोर्ट, शानदार फैसला..बीफ पॉलिटिक्स, धारा 377, पर्सनल लॉ जैसे मुद्दों पर भी चोट करने की जरूरत है।

बरखा दत्त के इस ट्वीट पर सुशील केडिया नाम के वेरिफाइड ट्विटर अकाउंट से लिखा गया- देश के मशहूर पत्रकार ये साबित करने में लगे रहते हैं कि भारत एक अति पिछड़ा देश है, कोर्ट के लिए हॉनरेबल उपयुक्त होता है डियर नहीं।

इस ट्वीट को रिट्वीट करते हुए बरखा दत्त ने लिखा कि मैंने कुछ गलता नहीं बोला है। बरखा का ये ट्वीट देख कर सुशील केडिया और भड़क गया और लिखा कि तुमने कोर्ट की अवमानना की है। या तो यहां माफी मांगो या फिर मैं तुम्हें कोर्ट में देखूंगा। बरखा ने इस ट्वीट का जवाब देते हुए लिखा कि माफी किस बात की जब मैंने कुछ गलत कहा ही नहीं। बरखा के इस जवाब पर सुशील केडिया ने बरखा को धमकी देते हुए लिखा कि तो फिर ठीक है मुझसे वादा करो कि तुम अपना ये ट्वीट डिलीट नहीं करोगी, मैं कोर्ट की अवमानना का मुकदमा दर्ज करवा रहा हूं आगे कोर्ट देख लेगा।