रेल हादसों से जुड़ी हालिया घटनाओं के बीच सोशल मीडिया पर एक ही ट्रैक पर दो ट्रेन के आमने-सामने आने का एक वीडियो काफी वायरल हो रहा है। इसे लेकर दावा किया जा रहा है कि लोको पायलट की सतर्कता से ओडिशा में एक बड़ा ट्रेन हादसा टल गया। हालांकि फैक्ट चेक की जांच में वायरल दावा भ्रामक निकला। रेलवे ने भी स्पष्ट किया कि वायरल वीडियो में कुछ भी असामान्य नहीं है।

सोशल मीडिया एक्स’पर ‘कांग्रेस केरल’ ने 8 सितंबर को वायरल वीडियो के साथ लिखा, “ओडिशा की दो लोकल ट्रेन एक ही ट्रैक पर एक-दूसरे को लाल आंख दिखाते हुए रंगे हाथ पकड़ी गईं। वे डबल इंजन वाली सुपर ट्रेन बनाने जा रहे थे, लेकिन शुक्र है कि सर्तक लोको पायलटों ने ऐसा नहीं होने दिया।”

इस वीडियो को अब तक सात लाख से भी अधिक बार देखा जा चुका है और यह संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। वायरल दावे की जांच के दौरान पूर्व तट रेलवे की ओर से एक स्पष्टीकरण मिला। वायरल वीडियो को लेकर रेलवे ने कहा कि यह वीडियो एक सितंबर 2024 को खुर्दा रोड डिवीजन के केंद्रपाड़ा रोड-नेरगुंडी सेक्टर में रिकॉर्ड किया गया था।

गलत तरीके से पेश किया गया वायरल वीडियो

रेलवे ने कहा कि जिस सेक्शन में यह वीडियो रिकॉर्ड किया गया, वह ऑटोमैटिक सिग्नलिंग से लैस है। आवश्यक प्रक्रिया का पालन करते हुए ट्रेनों को एक-दूसरे के बहुत करीब से चलाना पूरी तरह से सामान्य है। इसमें कुछ भी असामान्य नहीं है। रेलवे ने प्रभावशाली लोगों से गलत सूचना न फैलाने की भी अपील की। फैक्ट चेक की पड़ताल से साफ है कि एक ही ट्रैक पर दो ट्रेनों के आमने-सामने आने का वीडियो भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।