“त्रिपुरा के मुख्यमंत्री का जन्म बांग्लादेश में हुआ था। उनके पिता नवंबर 1971 के बाद भारत आ गए थे। लेकिन फिर भी हम बांहें फैला कर उन्हें स्वीकारते हैं।” ये बातें लाइव डिबेट के दौरान जादवपुर विश्वविद्यालय के प्रोफेसर मनोजीत मंडल ने कहीं। वह उस दौरान भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर बुरी तरह से भड़क रहे थे। यहां तक कि उन्होंने बीजेपी को भारतीय जंगली पार्टी तक कह दिया था। यह मामला शुक्रवार (तीन अगस्त) को आज तक के दंगल कार्यक्रम का है। एंकर रोहित सरदाना ‘घुसपैठियों के नाम पर, ममता दीदी काम पर’ शीर्षक से चर्चा करा रहे थे। उसमें मंडल तृणमूल कांग्रेस का पक्ष लेते दिखे। डिबेट में एक पल ऐसा आया, जब वह बीजेपी पर बुरी तरह बरसने लगे।
हुआ यूं कि प्रवक्ता सैयद जफर इस्लाम ने उनसे बीच में सवाल पूछा था, “आप लोग (टीएमसी) देश और समाज को क्यों तोड़ना चाहते हैं?” प्रोफेसर ने उसी पर कहा, “आपने मुझे तालिबान पार्टी का कहा। फिर भी मैं आपको भारतीय जंगली पार्टी नहीं कहेंगे। मुझे यह शोभा नहीं देगा। जहां तक बात अवैध घुसपैठियों की है, तो ये 40 लाख लोग अवैध नहीं हैं। ये साबित हो गया है।”
एंकर के यह पूछने पर कि यह कैसे तय हो गया? जवाब में प्रोफेसर बोले, “नाम लूंगा क्या? सोमवार से यही तो कह रहा हूं। सबका नाम ले लिया। 1971 की या एनआरसी की जहां तक बात कर रहे हैं, तो त्रिपुरा में होगा तो अच्छा लगेगा? वहां के मुख्यमंत्री 25 नवंबर 1971 में पैदा हुए थे। बांग्लादेश के चांदपुर में। उनके पिता बांग्लादेश से भारत आए थे। वह नवंबर 1971 के बाद त्रिपुरा आए थे। फिर भी हम उन्हें बांहें फैला कर उन्हें स्वीकारते हैं। वह भारत में पैदा नहीं हुए। अगर हो सके तो केस कीजिए। ये बात आपको अच्छी लगेगी? राष्ट्रीयता का मतलब समझते हैं आप?”
सुनिए आगे क्या हुआ था डिबेट के दौरान–