TTE Gives CPR to Old Man video Viral: इनदिनों एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें एक टीटीई चलती ट्रेन में अधेड़ को सीपीआर देते दिखाई दे रहे हैं। खबर है कि उन्हें ट्रेन में दिल का दौरा पड़ा था। इस संबंध में रेल मंत्रालय के आधिकारिक एक्स हैंडल से भी पोस्ट किया गया। रेलवे के पोस्ट के मुताबिक, आम्रपाली एक्सप्रेस में ट्रैवल कर रहे एक 70 साल के व्यक्ति में टीटीई ने जान फूंक दी।

टीटीई के वायरल वीडियो पर हो रहा विवाद

ये घटना ट्रेन के जनरल कोच में हुई। बाद में उस बीमार व्यक्ति को बिहार के छपरा रेलवे स्टेशन से अस्पताल ले जाया गया। वायरल वीडियो में टीटीई उस व्यक्ति को कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन (सीपीआर) देते हुए दिख रहे हैं। हालांकि, इस दौरान वो शख्स अपने पूरे होश में था।

इस पूरी घटना का वीडियो वायरल होने के बाद अब विवाद शुरू हो गया है। कई यूजर्स ने रिएक्ट करते हुए बताया कि सीपीआर आमतौर पर केवल बेहोश लोगों को दी जाती है।

रेलवे ने घटना का वीडियो एक्स पर पोस्ट कर लिखा, ”टीटीई की तत्परता से मिला ‘जीवनदान”। ट्रेन संख्या 15708 ‘आम्रपाली एक्सप्रेस’ के जनरल कोच में यात्रा करते समय एक 70 वर्षीय यात्री को दिल का दौरा पड़ा। वहां तैनात टीटीई ने तुरंत सीपीआर दिया और यात्री की जान बचा ली. फिर यात्री को छपरा रेलवे स्टेशन पर अस्पताल भेजा गया।”

वीडियो पर यूजर्स ने ऐसे किया रिएक्ट

वीडियो, जिसे ढाई लाख से अधिक बार देखा जा चुका है, पर यूजर्स के मिक्स्ड रिएक्शन आए। जहां कुछ लोगों ने वीडियो की आलोचना की। वहीं, अन्य ने टीटीई की तारीफ की। एक यूजर ने लिखा, “ जब मरीज बेहोश हो तो आपको सीपीआर देना चाहिए। लेकिन वीडियो में दिख रहा शख्स होश में है। ये सही नहीं है।”

एक अन्य यूजर ने कमेंट किया, “बहुत बढ़िया…!! भारतीय रेलवे को यात्रियों की सुविधा के लिए हर ट्रेन में एक डॉक्टर नियुक्त करना चाहिए।” एक तीसरे यूजर ने लिखा, “जब मरीज होश में होता है तो सीपीआर कौन देता है। यह जरूरी है कि आम जनता को सीपीआर के प्रति अधिक जागरूक बनाया जाए।”

पवन एक्सप्रेस में भी हुई थी ऐसी ही घटना

गौरतलब है कि सितंबर में भी दरभंगा से वाराणसी की यात्रा करने वाली पवन एक्सप्रेस में एक अन्य टीटीई ने दिल का दौरा पड़ने से पीड़ित एक 65 वर्षीय व्यक्ति को जीवनदान देकर तारीफ पाई थी।

पीड़ित फर्स्ट क्लास कोच में था जब उसके सीने में तेज दर्द हुआ और वो बेहोश हो गया। रिपोर्ट में कहा गया है कि उनके भाई ने रेलवे के रेलमदद पोर्टल पर संपर्क किया, जिसने ट्रेन में टिकट चेकर सविंद कुमार को अलर्ट भेजा। फिर उन्होंने जाकर पीड़ित की मदद की।

उत्तर प्रदेश के कानपुर रेलवे स्टेशन पर RPF के दो जवान उस महिला के लिए फरिश्ता साबित हुए जो अपने बच्चों को बुलाते समय चलती ट्रेन से कूद गई थी। पढ़ें पूरी खबर…