Telegram CEO Pavel Durov News: टेलीग्राम के CEO और रूसी बिलिनेयर पावेल दुरोव एक बार फिर सुर्खियों में हैं। इसका कारण है यह है कि वे उन महिलाओं को अपना स्पर्म (मेल रिप्रोजक्टिव सेल) मुफ़्त में दे रहे हैं जो इन विट्रो फर्टिलाइज़ेशन (आईवीएफ़) के ज़रिए बच्चे पैदा करना चाहती हैं।
12 देशों में सौ से ज़्यादा बॉयोलॉजिकल बच्चे
मालीम हो कि इस साल जुलाई में, दुरोव ने सोशल मीडिया पर तब तहलका मचा दिया था जब उन्होंने दावा किया था कि उनके 12 देशों में सौ से ज़्यादा बॉयोलॉजिकल बच्चे हैं।
इतना ही नहीं टेलिग्राम सीईओ ने अल्ट्राविटा फर्टिलिटी क्लिनिक के साथ अपनी पार्टनरशिप के जरिए सभी महिला जो बच्चे करना चाहती है के लिए आईवीएफ में आने वाले खर्च को कवर करने की भी पेशकश की है।
मुफ्त में आईवीएफ का क्लिनिक ने दिया ऑफर
स्पर्म डोनेशन की घोषणा करते हुए, क्लिनिक की ऑफिशियल वेबसाइट ने लिखा, “हमें आपको एक अनोखा मौका देने में खुशी हो रही है! केवल हमारे क्लिनिक में आप हमारे समय के सबसे प्रसिद्ध और सफल एन्त्रेप्रेंयूर (उद्यमि) में से एक पावेल दुरोव के स्पर्म का इस्तेमाल करके मुफ्त में आईवीएफ करा सकते हैं।”
इसी साल जुलाई में, डुरोव ने एक लंबी पोस्ट शेयर की थी और दावा किया था कि उन्होंने 15 साल पहले अपना स्पर्म डोनेट करना शुरू किया था। उन्होंने लिखा था, “पंद्रह साल पहले, मेरे एक दोस्त ने मुझसे एक अजीब रिक्वेस्ट किया। उसने कहा कि वो और उसकी पत्नी फर्टिलिटी संबंधी समस्या के कारण बच्चे पैदा नहीं कर सकते और उसने मुझे एक क्लिनिक में स्पर्म डोनेट करने के लिए कहा ताकि वे बच्चा पैदा कर सकें। मैं हंसने लगा, लेकिन फिर मुझे एहसास हुआ कि वह वाकई सीरियस था।”
IVF क्लिनिक में अभी भी मेरे स्पर्म उपलब्ध : दुरोव
उन्होंने कहा, “2024 तक के सफर में मेरे स्पर्म डोनेशन के कारण 12 देशों में सौ से अधिक जोड़ों को बच्चे पैदा करने में मदद मिली है। इसके अलावा, मेरे डोनर बनने के कई साल बाद भी, कम से कम एक IVF क्लिनिक में अभी भी मेरे स्पर्म उपलब्ध हैं, जिन्हें बच्चे पैदा करने के इच्छुक परिवारों द्वारा गुमनाम रूप से इस्तेमाल किया जा सकता है।”
मालूम हो कि अगस्त में, दुरोव को टेलीग्राम से संबंधित शुरुआती जांच के लिए पेरिस के बाहर बॉर्गेट एयरपोर्ट पर गिरफ्तार किया गया था। रॉयटर्स के अनुसार, उन्होंने अपने वीके सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर विपक्षी समुदायों को हटाने की सरकारी मांगों का पालन करने से इनकार करने के बाद 2014 में रूस छोड़ दिया, जिसे उन्होंने बेच दिया था।