त्रिपुरा में जोरदार जीत के बाद राज्य में भाजपा समर्थक जोश में हैं। इसी जोश का नतीजा है कि जीत के 48 घंटे के भीतर ही भाजपा समर्थकों ने त्रिपुरा में वामपंथियों के आदर्श ब्लादिमीर लेनिन की मूर्ति ढहा दी है। लेनिन की मूर्ति ढहाने को लेकर एक धड़ा भाजपा की आलोचना कर रहा है। इसी बीच बांग्लादेशी लेखिका तस्लीमा नसरीन ने मूर्ति तोड़ने के मुद्दे पर मुस्लिम कट्टरपंथियों पर निशाना साधा है। अपने एक ट्वीट में तस्लीमा नसरीन ने कहा कि ‘मुस्लिम कट्टरपंथियों ने मूर्तियां तोड़ी, मुहम्मद ने काबा में 360 मूर्तियां तोड़ी थी। आईएसआईएस ने इराक और सीरिया में मूर्तियां और स्मारक तोड़े हैं। तालिबान ने बामियान बुद्धा को तोड़ा, जमात-ए-इस्लामी ने बांग्लादेश में लालोन की प्रतिमा तोड़ी।’ तस्लीमा नसरीन ने अपने एक दूसरे ट्वीट में कहा कि ‘आपको भविष्य का निर्माण करने के लिए अपने भूतकाल को तबाह करने की जरुरत नहीं है। अगर आप सचमुच बेहतर भविष्य का निर्माण करना चाहते हैं तो आपको सबसे पहले नफरत को खत्म करना होगा।’
बता दें कि तस्लीमा नसरीन इससे पहले भी कई बार कट्टरपंथियों की आलोचना कर चुकी हैं। अपनी बेबाक राय के कारण तस्लीमा नसरीन अक्सर कट्टरपंथियों के निशाने पर रहती हैं। वहीं भाजपा समर्थकों द्वारा लेनिन की मूर्ति ढहाने को लेकर आलोचनाओं का दौर भी शुरु हो गया है। सीपीएम ने इसे डर पैदा करने वाली राजनीति करार दिया है। वहीं भाजपा इसे वामपंथी शासन के दमन के शिकार लोगों का गुस्सा बताकर अपना पल्ला झाड़ रही है। फिलहाल इस मामले में पुलिस ने मूर्ति पर बुल्डोजर चलाने वाले चालक आशीष पाल को गिरफ्तार कर लिया है और बुल्डोजर को सीज कर दिया है।
बता दें कि लेनिन की यह प्रतिमा त्रिपुरा के बेलोनिया में स्थापित थी, जिसे भाजपा समर्थकों ने गिरा दिया। उल्लेखनीय है कि वामपंथियों की नजर में लेनिन बेहद ऊंचा दर्जा रखते हैं। रुस में कम्यूनिस्ट पार्टी को जमाने में लेनिन का बहुत बड़ा हाथ है। लेनिन के विचारों को लेनिनवाद के नाम से जाना जाता है। वामपंथी खुद को लेनिन के विचारों से प्रेरित मानते हैं। लेेनिन की एक प्रतिमा कोलकाता में भी है क्योंकि एक जमाने में पश्चिम बंगाल भी वामपंथियों का गढ़ हुआ करता था।