हमेशा ऐसा नहीं होता कि आपका बच्चा पढ़ने में होशियार हो। हो सकता है कि वह पढ़ाई के अलावा किसी अन्य एक्टिविटी में उतीर्ण हो। अपने बच्चे को कभी भी पढ़ाई के लिए पीटना नहीं चाहिए। एक बच्चा जितना प्यार से सीख सकता है, वह बच्चा मार से कभी भी नहीं सीख पाएगा और अपने माता-पिता से नफरत करने लगेगा। ऐसा ही एक वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है जिसमें एक बच्ची अपनी मां से रोते हुए प्यार से पढ़ाने की विन्नती कर रही है। यह वीडियो कई नामी हस्तियां अपनी नेटवर्किंग साइट्स पर शेयर कर रही हैं। यह वीडियो भारतीय क्रिकेटर शिखर धवन ने अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर की है।

इसके साथ ही शिखर धवन ने लिखा है कि मेरा बच्चों के परिजनों से अनुरोध है कि अपने बच्चों के साथ संयम के साथ हर समय पेश आएं। हर बच्चा अपने तरीके से सीखता है। कृपया करके बच्चों को पीटने और उनका अपमान करने से बचें। शिखर के अलावा इस वीडियो को कप्तान विराट कोहली ने भी अपने इंस्ताग्राम पर शेयर किया है। विराट ने लिखा कि बच्चे को पढ़ाने के इगो के आगे उसका दर्द और गुस्से को नजरअंदाज कर दिया गया। यह बहुत हैरान और दुख पहुंचाता है। इस तरह कभी कोई भी बच्चा पढ़ नहीं सकता। बहुत ही दुखद है।

शिखर धवन और विराट कोहली के इन पोस्ट पर कई लोग अपनी प्रतिक्रियाएं भी दे रहे हैं। एक ने लिखा की यह बहुत ही गलत है। मैं पता नहीं है कि यह बात कितने लोगों ने नोटिस की है या नहीं कि बच्चे की आंखों और आवाज़ से पता चलता है कि उसके अंदर कितना गुस्सा भरा हुआ है। यह बच्चे और उसके परिजनों के लिए खतरनाक हो सकता है। एक ने लिखा यह बहुत ही शर्मनाक है। बच्चे के माता-पिता होने के नाते हमारा फर्ज है कि उन्हें प्यार दें। यह वीडियो देखकर बहुत दुख होता है। एक ने लिखा की इस वीडियो को देखकर लगता है कि पैरेंट्स ने कभी अपने समय पर पढाई नहीं की है। अगर बच्ची की मां ने पढ़ाई की होती तो उसे पता होता कि इस तरह से पढ़ाने से वह अपनी बेटी को कहीं नहीं ले जा पाएगी। बच्चों का ध्यान पढ़ाई में लगाने और उन्हें पढ़ाने के कई अन्य तरीके भी होते है। अगर बच्चे को पढ़ाने के पीछे आपका उद्देश्य केवल प्रताड़ित करना है तो भगवान अपकी आत्मा की रक्षा करे।