पत्रकार आशुतोष ने मीडिया पर निशाना साधते हुए एक ट्वीट किया। उन्होंने पत्रकारों को सरकार की चमचागिरी करने वाला बताया। यह बातें उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए कहा। आशुतोष ने लिखा कि, ‘ दिन-रात सरकार की चमचागिरी करने वाले पत्रकारों पर दया आती है। ईश्वर इनको माफ करना।’

उनके इसी ट्वीट पर कुछ यूजर उनकी बातों का समर्थन भी कर रहे हैं, वहीं कुछ लोग उनको खरी-खोटी सुना रहे हैं। @jmishra65 टि्वटर अकाउंट से कमेंट आया कि ईश्वर तो शायद इन्हें माफ कर दें, परंतु गंगा के किनारे दफन लाशें इन्हें कभी माफ नहीं करेंगी। चमचागिरी करने वाले पत्रकारों का अंजाम लगभग वही होगा। एक यूजर ने मीडिया पर तंज कसते हुए लिखा कि, ‘दिन रात एक परिवार की चमचागीरी करने वाले कुछ तथाकथित पत्रकारों व एंकरों की बुद्धि पर तरस आता है।’

@Akashkevichar टि्वटर हैंडल से आशुतोष पर निशाना साधते हुए लिखा गया कि जिसे खुद पर दया आनी चाहिए अब वो भी दूसरो पर दया आती हैं जैसी बाते कर रहे हैं। एक टि्वटर हैंडल से इस ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा गया कि ये पत्रकार नहीं है, बीजेपी के प्रवक्ता हैं, यह बात देशवासियों को गाँठ बांध लेनी चाहिए व इसी अनुसार इनसे व्यवहार करना होगा। @mayankbhatia619 अकाउंट से लिखा गया कि पत्रकारों को तो फिर भी कुछ मिल रहा है बेचारे भक्तो को तो 2 रुपए मिल रहे है। उसमें ही किसी को गालियां देते है किसी के धर्म पर सवाल उठाते है। इनका क्या करेगा ईश्वर, ईश्वर खुद सोच रहा है की ऐसे अंधभक्ति तो मेरी भी नही की जो एक इंसान की कर रहे है। जो इनको न ऑक्सीजन दे रहा न नौकरी।

@Gupta_suk ट्विटर अकाउंट से रिप्लाई करते हुए लिखा गया कि, ‘दिन रात सरकार व देशवासियों की निंदा को व्यवसाय बनाने वाले पत्रकारों पर दया आती है। ईश्वर इनको माफ करना।’ @knpuriya नाम के एक ट्विटर अकाउंट से लिखा गया कि 2014 में चली गई और 2024 में भी आने की कोई उम्मीद ना होने के बाद भी गांधी परिवार की सरकार की ग़ुलामी करने वाले पत्रकारों पर हंसी आती है , राहुल न निराश करो कुछ काम करो।

@Maheshkumarji83 टि्वटर अकाउंट से लिखा गया कि जिनका पूरा जीवन गुलामी और चमचागिरी में बीता हो उनका इस तरह की सलाह देना बेवकूफी है। बता दें कि आशुतोष कई न्यूज़ चैनलों पर एक राजनीतिक विश्लेषक के तौर पर अक्सर दिखाई पड़ते हैं। डिबेट के दौरान भी वह पत्रकारों की ईमानदारी पर सवाल उठाते रहते हैं।