सोशल मीडिया पर लोगों को अपने विचार शेयर करने की आजादी है। हालांकि लोग प्रोपगेंडा चलाने, अपशब्दों का प्रयोग करने, एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाने के लिए भी सोशल मीडिया का जमकर प्रयोग कर रहे हैं। कई बार ट्वीट, पोस्ट को लेकर विवाद खड़ा चुका है। नेता भी राजनीतिक टिप्पणी के लिए सोशल मीडिया का प्रयोग कर रहे हैं। इसी बीच समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता ने ट्वीट कर आरोप लगाया है कि सोशल मीडिया पर कुछ लोगों को गाली देने के पैसे मिलते हैं।
अनुराग भदौरिया ने लगाया आरोप
ट्वीट कर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ अनुराग भदौरिया ने लिखा कि सोशल मीडिया पर कुछ लोगों को गाली देने के पैसे मिलते हैं। सभी जानते हैं कि कौन है इसके पीछे। ये राष्ट्र जोड़ने का नहीं, राष्ट्र में नफरत फैलाने का काम करते हैं। उनके इस ट्वीट पर तमाम लोग अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।
लोगों की प्रतिक्रियाएं
@pramod23667 यूजर ने लिखा कि मैंने तो सुना है कि गाली खाने के पैसे ही नहीं बल्कि प्रमोशन भी मिलते हैं। एक यूजर ने लिखा कि आप बिलकुल सही बात कह रहे हैं, ये कांग्रेसी होते ही ऐसे हैं। कहने को भारत जोड़ो यात्रा कर रहे हैं और इनके प्रवक्ता लोगों को गाली देते हैं। @AbhishekBjpknj यूजर ने लिखा कि अपने बारे में सच लिखने का साहस सिर्फ आप में ही है, देर आये दुरुस्त आये? चलिये कुछ तो हकीकत सामने आई। @AlokKum58778229 यूजर ने लिखा कि गाली देने वाला आपको गाली नहीं, अपना संस्कार बताता है। इसलिए आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है।
@AmanDeepKanauj1 यूजर ने लिखा कि अब कौन नफरत फैला रहा है और कौन जोड़ने का काम कर रहा है, कौन हिन्दू, मुस्लिम, सिख ईसाइयों में बांट रहा है ये तो आप भी बहुत अच्छे से जानते हैं लेकिन आप बोलेगे तो वही जो आपसे बुलवाया जाएगा। @Siddhar11454955 यूजर ने लिखा कि ये जितना नफरत फैलायेंगे, विपक्ष उतना मजबूत होकर सामने आयेगा। एक यूजर ने अनुराग भदौरिया से पूछा कि बीजेपी के खिलाफ जहर उगलने के लिए आपको कितने पैसे मिलते हैं?
बता दें कि सोशल मीडिया पर राजनीतिक दलों की भी फौज तैयार है। सोशल मीडिया पर एक दूसरे का विरोध करते-करते कब समर्थक अपशब्दों पर उतर आते हैं, पता ही नहीं चलता। कई बार ट्वीट, पोस्ट से शुरू हुए विवाद के कारण केस भी दर्ज किया जा चुका है। सोशल मीडिया यूजर्स के लिए गाइडलाइन बनाए जाने की भी मांग कई बार हो चुकी है।