आसियान शिखर सम्मेलन में भाग लेने फिलिपींस पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस वक्त ट्विटर पर सोशल मीडिया का एक धड़ा काफी ट्रोल कर रहा है। दरअसल इस सम्मेलन में शामिल हुए सभी राष्ट्राध्यक्षों को एक साथ फोटो खींचानी थी, जिसमें पीएम मोदी सबसे आखिरी में खड़े हुए। इसका एक वीडियो समाचार एजेंसी एएनआई ने शेयर किया, जिसमें पीएम मोदी आखिरी से दूसरे नंबर पर खड़े हुए दिखाई दे रहे हैं। इसी को लेकर सोशल मीडिया पर उन्हें काफी ट्रोल किया जा रहा है। ट्विटर पर कुछ लोग पीएम मोदी का मजाक उड़ाते हुए कह रहे हैं कि पहले वह अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बगल में खड़े होते थे, लेकिन अभी सबसे आखिर में खड़े हुए हैं।
कुछ लोगों ने ट्वीट कर इसका जिम्मेदार असफल डिप्लोमेसी को बताया। लोगों ने कहा, ‘ये बहुत खराब है कि पीएम मोदी को ग्रुप फोटो में सबसे आखिरी में खड़ा किया गया। कुछ असफल डिप्लोमेसी के कारण ऐसा हुआ।’ हालांकि ग्रुप फोटो खींचवाने के लिए पीएम मोदी के बगल में फिलिपिंस के राष्ट्रपति रॉड्रिगो ड्यूटेटे खड़े हैं और फिलिपिंस ही इस सम्मेलन को होस्ट कर रहा है। वहीं डोनाल्ड ट्रंप बीच में खड़े हुए हैं।
#WATCH: Leaders attending #ASEANSummit in #Manila pose for a family photograph pic.twitter.com/xDtjCAMkvV
— ANI (@ANI) November 12, 2017
मोदी जी को लास्ट मे रखा है
— Shaikh Rashid (@shaikhrashid82) November 12, 2017
@PMOIndia @narendramodi this is very bad that our PM got last space in group pics..Is this coz of few failed diplomacy?
— sAbir AzhAri (@sAbirAzhAri) November 12, 2017
00:21
— Junior (@unsubtledesi2) November 12, 2017
#chaina #Pakistan #Russia
leadership missing showing the regional cards in #ASEANSummit— Najeeb Warsi (@najeebwarsi) November 12, 2017
बता दें कि फिलिपींस की राजधानी मनीला में पीएम मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मुलाकात भी हुई। दोनों नेता एक ही तरह के परिधान पहने हुए थे। समाचार एजेंसी एएनआई ने दोनों नेताओं के मुलाकात की तस्वीर ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है। यहां भारत, अमेरिका, जापान और आस्ट्रेलिया ने पहली बार मनीला में एक बैठक में भारत-प्रशांत क्षेत्र और उसके भविष्य की स्थिति पर चर्चा की। विदेश मंत्रालय ने यहां एक बयान में कहा, “भारत, आस्ट्रेलिया, जापान और अमेरिका के विदेश मामलों के अधिकारी 12 नवंबर को भारत-प्रशांत क्षेत्र में साझा हित के मुद्दों पर संवाद के लिए मनीला में मिले।”

