काशी विश्वनाथ कॉरिडोर में जब प्रधानमंत्री मोदी श्रमजीवियों पर पुष्प वर्षा कर रहे थे तब उनमें से कई की आंखें नम हो गईं। लोगों का कहना था कि एक थे शाहजहां जिसने अपने श्रमिको के हाथ काट दिए गए और एक यह श्रमिक बन्धु जो काशी की भव्यता दिव्यता के लिए दिन रात एक कर दिए। देश के प्रधानमंत्री सभी श्रमिको पुष्प वर्षा कर अभिवादन कर रहे है।

अंकित जैन ने लिखा- एक विचारधारा है जो इमारत बनवा के हाथ काट देती है, एक विचारधारा वो है जो बनाने वालों को पुष्प वर्षा कर के सम्मानित करती है। मैं पुष्प वर्षा वाली विचारधारा से आता हूं। मेरे प्रधानमंत्री पुष्प वर्षा वाली विचारधारा से आते हैं। पंकज ने लिखा- नव काशी कॉरिडोर में भारत का ऐतिहासिक क्षण। सभी सनातनियों को हार्दिक बधाई। देवी अहिल्याबाई की राह पर हैं मोदी जी और योगी जी। सभी सनातनियों की ओर से हमारे आदरणीय पीएम मोदीजी और सीएम योगीजी के लंबे जीवन और अच्छे स्वास्थ्य के लिए मेरी प्रार्थना।

अरविंद सोनी ने लिखा- धर्म के नाम पर और लोगों को कितना बेवकूफ बनाओग श्री मोदी जी और भाजपा। सरोज गोदारा ने उन्हें नसीहत दी तो सोनी फिर से पलटवार कर कहा कि मैं किसी भी गोबरभक्त और दिमाग के पैदल लोगों से बहस नही करता। जो कभी समझ ही नही पाए महंगाई और धर्म की कूटनीति को वो क्या खाक घर चलाएंगे। जब बीवी बच्चे और परिवार होता तब पता चलता।

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मि. जिद्दी के हैंडल से लिखा गया- आजकल प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के बस एक ही कार्य रह गया है मरे हुए व्यक्ति का श्रद्धांजलि अर्पित करना। किसी फंक्शन और समारोह का हार्दिक अभिनंदन करना।

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उर्मिला ने लिखा- ये हैं हमारे PM! ये हैं हमारे वोट की ताकत। अपने मत का प्रयोग समझदारी से करें तो PM नहीं, जनसेवक को पाएंगे, जो सफाईकर्मी, मजदूर सबका सम्मान करता है। सबका साथ, सबका विकास और एक बार फिर से सबके प्रयासों का परिणाम हैं “महायोगीश्वर” के धाम का पुनर्निर्माण! हिमांशु ने उन्हें करारा जवाब देते हुए कहा- देव लोग अंतरिक्ष से पुष्प वर्षा क्यों नहीं कर रहे। क्या देवराज इंद्र का सिंहासन कांप रहा है।

आनंद सोनी ने पूछा- जितने लोगों के ऊपर पुष्प की वर्षा हो रही है समझ लो इन सबको घर तक पैदल ही जाना पड़ेगा और इनका समय आज से ही शुरू जय हो मोदी जी ऐसे ही लोगों का उद्धार करो। राकेश मौर्या ने लिखा- नौंटकी शूरू हो गई अब ये तीन महीने तक चलने वाली है। एक ने लिखा- 100 चूहें खाकर बिल्ली हज को चली…।