प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी एक टिप्पणी के बाद सोशल मीडिया यूजर्स के निशाने पर आ गए हैं। उनकी इस टिप्पणी के एवज में कई यूजर्स ने सरकार के कामकाज पर सवाल उठाने शुरू कर दिए। आरोप लगाया कि मोदी सरकार का कामकाज पिछले सरकारों के जैसा ही है। दरअसल बुधवार (18 अप्रैल, 2018) को पीएमओ इंडिया के ट्विटर हैंडल पर पीएम मोदी के हवाले से एक ट्वीट किया गया। इसमें लिखा गया, ‘मैं चाहता हूं कि मेरी सरकार की आलोचना हो। आलोचना लोकतंत्र को मजबूत बनाती हैं।’ यूजर्स अब पीएम पीएम मोदी के इसी ट्वीट के जवाब में अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।

एक ट्वीट में लिखा गया कि लोकतंत्र? जाइए पहले शब्दकोष में इसका मतलब खोजिए। बाबू दास लिखते हैं, ‘एक और जोक सुनाओ।’ हर्षदीप लिखते हैं, ‘आपने कितना मजबूत लोकतंत्र बनाया है। मीडिया को दबाया गया। न्यायपालिका की हत्या हुई।’ अजय कुमार लिखते हैं कि कोई भी आपकी आलोचना करने की हिम्मत नहीं कर सकता। क्योंकि साधारण इंसान नहीं चाहता कि वो आपकी सरकरा द्वारा सताया जाए। ट्वीट में आगे लिखा गया कि लोग 2019 के लोकसभा चुनाव का इंतजार कर रहे हैं। वो 2014 वाली गलती नहीं करेंगे। लाइव वायर नाम से लिखा गया, ‘मोदी जी जवाब दीजिए। विश्व देख रहा है। अपने विरोधियों को गलत साबित कीजिए।’

एक कमेंट में तंज कसते हुए लिखा गया कि जो सरकार की आलोचना करेगा, वो फिर जिंदा रहेगा या नहीं उसकी कोई गारंटी नहीं। सही है ना सर? बता दें कि पिछले दिनों में मशहूर भारतीय लेखक चेतन भगत ने पीएम मोदी के कामकाज को लेकर ऑनलाइन सर्वे में लोगों की राय मांगी थीं। हालांकि करीब चालीस लोगों के जवाब वाले सर्वे में चौंकाने वाले नतीजे सामने आए। 50 फीसदी यूजर्स ने पीएम मोदी के कामकाज को औसत से भी कम बताया। कुछ लोगों ने इसे औसत तर्जे से भी बहुत नीचे बताया।