पाकिस्तानी टेलीविजन पत्रकार हामिद मीर गुरुवार (14 मार्च, 2019) को सोशल मीडिया पर बुरी तरह ट्रोल कर दिए गए। उन्होंने जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर से तिब्बत के सबसे बड़े धर्म गुरु दलाई लामा की तुलना कराई दी, जो कि दुनिया भर में शांति का संदेश फैलाने को लेकर जाने जाते हैं। लोगों ने इसी पर मीर की क्लास लगा दी और बोले कि लिखने से पहले कुछ तो सोच लिया करिए। अपने (पाक के) आतंकवाद को छोड़िए, कम से कम मेरे नाम (लामा) का तो ख्याल रख लें। हमें लगता है कि केवल बेवकूफ लोग ही इन दोनों के बीच की तुलना कर सकते हैं।
वहीं, कुछ यूजर्स ने मजे लेते हुए मीर को खरी-खोटी सुनाई। ऐसे लोगों ने ट्वीट्स में लिखा- दलाई लामा जहां भी जाते हैं, उनका वहां सम्मान होता है। वह नोबेल शांति पुरस्कार विजेता भी हैं, मगर जब भी पाकिस्तानी पीएम अमेरिका और ब्रिटेन सरीखे देश जाते हैं, तब उनके कपड़े तक उतरवा कर चेकिंग की जाती है।
दरअसल, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित करने को लेकर अमेरिका, फ्रांस तथा ब्रिटेन ने प्रस्ताव पेश किया था, जिसमें चीन ने अड़ंगा अड़ा दिया। चीन ने अजहर का बचाव किया और कहा कि वह चाहता है कि इस मसले का हल बातचीत के जरिए निकले।
पाकिस्तानी पत्रकार ने इसी को लेकर ‘द सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड’ की खबर साझा की थी। अखबार की उस रिपोर्ट में चीन के हवाले से दलाई लामा को आतंकवादी कहा गया था। बुधवार को मीर ने इसके साथ लिखा था, “यह समझना बेहद आसान है कि चीन ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में मसूद अजहर पर प्रतिबंध लगाने का बचाव क्यों किया।” भारत चीन के दुश्मन को दशकों से शरण दिए हुए है और उसका नाम दलाई लामा है।”
पाक पत्रकार के इसी ट्वीट पर भारी संख्या में टि्वटर यूजर्स बिफर गए। बोले कि आप जैसे समझदार पत्रकार से इस तरह की उम्मीद नहीं थी। कम से कम आपने तो थोड़ा सोच-समझ कर लिखा होता…। देखिए लोगों की प्रतिक्रियाएं-