मशूहर कवि और हिंदी फिल्मों के गीतकार व पटकथा लेखक जावेद अख्तर एक बार फिर सोशल मीडिया में छाए हुए हैं। दरअसल शनिवार (26 जनवरी, 2019) को गणतंत्र दिवस के अवसर पर मशूहर इतिहासकार रामचंद्र गुहा ने ट्वीट किया। ट्वीट में उन्हें देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की खूब तारीफ की। गुहा ने ट्वीट में लिखा, ”मैं नहीं चाहता कि भारत एक ऐसा देश हो, जिसमें लाखों लोग एक आदमी को ‘हां’ कहें। मुझे एक मजबूत विपक्ष चाहिए।” इस तरह, 1950 में जवाहरलाल नेहरू ने गणतंत्र की स्थापना की।” रामचंद्र गुहा के इस ट्वीट पर खुद को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का समर्थक बताने वाले सोशल मीडिया यूजर गोरख नाथ चौबे ने ट्वीट कर भारतीय इतिहास के ट्वीट पर कटाक्ष किया। ट्विटर यूजर्स चौबे ने ट्वीट कर लिखा, ‘अगर यह इतिहास होता तो नया इतिहास बनाना बेहतर होता। पाखंडी।’
मोदी समर्थक ट्विटर यूजर के ट्वीट पर जावेद अख्तर खासे भड़क गए और उन्होंने चौबे के ट्वीट का जवाब देते हुए लिखा कि वह अपनी औकात में रहें। ट्वीट में अख्तर ने लिखा, ‘रेंगते कीड़े। तुम मिस्टर गुहा जैसे विद्वान के जूते पर धूल के एक टुकड़े बराबर भी नहीं हो। तुम्हारी इतनी हिम्मत कैसे हुई। अपनी औकात में रहो।’ ट्विटर प्रोफाइल पर खुद को ‘एक बार फिर से, मोदी दिल से’ बताने वाले गोरख नाथ ने भी अख्तर के ट्वीट का जवाब दिया। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, ‘साहेब आपको पहचानने में हमसे बड़ी भूल हुई। आप सही में नामदार हैं। आपकी यह भाषा आपके संस्कार को दिखाती है।’
बाद में शख्स ने इतिहासकार गुहा पर किए अपने ट्वीट को लेकर सफाई देते हुए लिखा, ‘मुझे स्पष्ट करने दो कि मैंने गुहा पाखंडी क्यों कहा?’ ट्वीट में लिखा गया कि नेहरू की तरफ उनका रुख काफी नरम रहा है। बाकी भारत में उनका रुख कड़वा रहा है। ट्वीट में लिखा गया, ‘नेहरू ने कश्मीर जैसी गलतियां की। इतिहास लिखते समय इतिहासकारों को निष्पक्ष होना चाहिए। क्योंकि इतिहासकारों की नजर से इतिहास को देखा जाता है।’






