गुजरात के मोरबी में हुई घटना पर सबकी अलग-अलग राय है। विपक्षी दल एक तरफ भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साध रहे हैं तो वहीं बीजेपी नेता अपना बचाव करने में लगे हुए हैं। टीवी चैनलों के पत्रकार भी मोरबी हादसे पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे। न्यूज़ 18 इंडिया के एंकर अमन चोपड़ा ने अपने प्राइम टाइम शो में मोरबी घटना का जिक्र करते हुए बताया कि सैनिक पुल पार करते समय कदमताल क्यों नहीं करते। उनके शो पर लोग कई तरह के सवाल उठाते हुए ट्रोल करने लगे।

एंकर ने शो में बताई ऐसी बात

एंकर अमन चोपड़ा ने शो में बताया कि पुल पर जब कोई सेना की टुकड़ी पहुंचती है तो वह कदमताल करना बंद कर देती है। वह सामान्य गति से चलने लगते हैं। इसके पीछे के कारण की व्याख्या करते हुए उन्होंने बताया, ‘जब सेना के जवान कदमताल करते हैं तो उसी ताल के साथ पुल भी हिलने लगता है। किसी भी भौतिक वस्तु की अपनी एक फ्रीक्वेंसी होती है, अगर उस वस्तु पर उतनी ही फ्रीक्वेंसी से वार किया जाए तो फ्रीक्वेंसी डबल हो जाती है। उस पुल के टूटने का खतरा बढ़ जाता है।’

एंकर ने शेयर किया वीडियो

एंकर ने अपने शो के दौरान यह भी बताया कि इसे विज्ञान की भाषा में मेकेनिकल रेसोनेंस कहते हैं। इसके साथ एंकर ने कहा कि किसी भी पुल पर जब सैनिक कदमताल करते हैं तो उन्हें सामान्य चाल से चलने के लिए कहा जाता है। एंकर ने अपने सोशल मीडिया हैंडल से शो का वीडियो शेयर कर लिखा, ‘सैनिक किसी पुल को पार करते समय कदम मिलाकर नहीं चलते, क्यों?’

लोगों ने किया ट्रोल

आम आदमी पार्टी के विधायक नरेश बालियान ने लिखा कि आप अपने आप को इंसान कैसे कह लेते हो चोपड़ा जी? पत्रकार प्रभाकर मिश्रा लिखते हैं, ‘अरे भाई, सीधे सीधे बोल दो जो कहना चाहते हो। साइंस का सहारा लेने की जरूरत क्या है?’ पत्रकार रवीश रंजन ने कमेंट किया कि हां हां सीधी बात, साइंस की क्या गलती है? पत्रकार पूनम पांडे द्वारा लिखा गया कि वैसे सैनिकों की कदमताल और आप लोगों के पुल में जाने, रहने और क्रॉस करने में बहुत फर्क होता है।

साजिद खान नाम के एक यूजर ने लिखा कि सैनिक भी कदमताल रोक देते हैं लेकिन मोरबी ब्रिज पर सरकार की तरफदारी करने वाले आप लोग अपनी कदमताल रोकने को तैयार नहीं हैं। अनीश सिंह नाम के एक यूजर ने पूछा कि
भाई, कहना क्या चाहते हो? अर्चित गुप्ता लिखते हैं कि गजब की नौटंकी है। अलीशान जाफरी नाम के ट्विटर हैंडल से लिखा गया की वीडियो देखकर पता चला कि पुल तो बढ़िया था मगर मरने वालों ने फिजिक्स नहीं पढ़ी थी।