कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद और पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश के बीच सोशल मीडिया पर नोकझोंक हुई। इस पर सोशल मीडिया यूजर्स में भी जमकर मजे लेते हुए कई तरह के कमेंट किए। वहीं एंकर अमन चोपड़ा ने आचार्य प्रमोद से सवाल किया कि राम-राम करके आप भी सूरत या गुवाहाटी जाने वाले हैं? जिसका उन्होंने तंज हुए जवाब दिया।
दरअसल, आचार्य प्रमोद ने जयराम रमेश द्वारा किए गए ट्वीट के जवाब में कहा कि अधिकृत तो टंपरेरी होता है प्रभु, मैं तो परमानेंट हूं। फिर भी आपको कोई दिक्कत है तो जय राम जी की। आचार्य प्रमोद के इसी ट्वीट पर अमन चोपड़ा ने चुटकी लेते हुए सवाल किया कि आचार्य जी जय राम जी की मतलब आप ही पार्टी को राम-राम करके सूरत या गुवाहाटी जाने वाले हैं? जिसका जवाब देते हुए आचार्य प्रमोद ने कहा, ‘जाकीं रही भावना जैसी, प्रभु मूरत देखीं तिन तैसी।’
लोगों के रिएक्शन : अमन चोपड़ा के ट्वीट पर दिनेश नाम के एक यूजर ने हसने वाली इमोजी के साथ कमेंट किया कि मुझे भी ऐसा ही लग रहा है। सूरज नाम के एक यूजर चुटकी लेते हुए कमेंट करते हैं – पहले बीजेपी वाले कांग्रेस नेताओं को बुरा भला कहते हैं और बाद में उन्हें ही अपनी पार्टी में शामिल कर लेते हैं। रवींद्र शुक्ला नाम के एक यूजर पूछते हैं कि आचार्य प्रमोद को अपनी पार्टी में लेगा कौन?
अनुराग गौतम नाम के एक यूजर लिखते हैं – अभी गुवाहाटी जाने वाली सारी फ्लाइट फुल चल रही है। अगली बार आचार्य जी सवार होंगे, आखिर सभी को पहुंचना तो राम के दरबार पर ही है। अमित नाम की एक यूजर ने लिखा, ‘ लगता है आचार्य प्रमोद भी कुछ दिन बाद भगवा होने वाले हैं।’ अंकुर नाम के एक यूजर ने लिखा – कांग्रेस के लिए आचार्य जी ना तीन में है और ना तेरह में, किसी के जाने या निकलने से दोनों पर कोई फर्क नहीं पड़ने वाला।
जयराम रमेश से इस बात पर उलझे थे आचार्य प्रमोद : महाराष्ट्र में चल रहे राजनीतिक संकट पर आचार्य प्रमोद की ओर से कहा गया था कि सत्ता को ठोकर पर मारने वाले बाला साहब ठाकरे की विरासत का सम्मान करते हुए उद्धव ठाकरे को मराठा गौरव की रक्षा करने हेतु नैतिक मूल्यों का निर्वहन करते हुए मुख्यमंत्री के पद को त्यागने में एक पल काफी विलंब नहीं करना चाहिए। उनके इसी ट्वीट पर जयराम रमेश द्वारा कहा गया कि यह न तो कांग्रेस के विचार हैं और ना ही आचार्य कांग्रेस के अधिकृत प्रवक्ता हैं।