Shiv Sena Symbol: शिवसेना को लेकर चल रही खींचतान के बीच चुनाव आयोग ने एकनाथ शिंदे गुट को पार्टी का नाम और चुनाव चिह्न धनुष-बाण देने का फैसला किया है। एक तरफ जहां सीएम एकनाथ शिंदे ने इसे लोकतंत्र की जीत बताया तो उद्धव ठाकरे के सर्मथक इसे लोकतंत्र की हत्या बता रहे हैं। हनुमान चालीसा पाठ को लेकर सुर्खियों में आ चुकीं नवनीत राणा ने इशारों ही इशारों में चुटकी ली है।

उद्धव ठाकरे पर नवनीत राणा का तंज

अमरावती से सांसद नवनीत राणा ने ट्वीट कर लिखा है कि “जो राम हनुमान का नहीं उनके पास धनुष बाण का क़्या काम? नतीजा यही मिला है उद्धव ठाकरे को, भोलेनाथ ने उन्हें बहुत सुंदर प्रसाद दिया है।” अमरावती सांसद ने कहा कि बाला साहेब के विचारों को जीवंत रखने के लिए उद्धव ठाकरे को एकनाथ शिंदे के साथ आना चाहिए। नवनीत राणा ने एक वीडियो शेयर कर यह बातें कही है, जिस पर यूजर्स भी अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।

यूजर्स की प्रतिक्रियाएं

@UnitedTejas यूजर ने लिखा कि जो मराठी नहीं बोलता, उसका महाराष्ट्र में कोई काम नहीं। @6987Balasaheb यूजर ने लिखा कि उद्धव जी ने सत्ता पाने के लिए बाला साहेब ठाकरे जी के विचारों को भी कुचल दिया था। वह किसी भी हाल में सत्ता में बने रहना चाहते थे। मगर अफसोस आज पार्टी और पार्टी का चिन्ह भी उनके हाथों से निकल गया है। @HinduraoBalaso यूजर ने लिखा कि आप अब कुछ भी कर लो लेकिन दोबारा चुनकर नहीं आओगी।

एक यूजर ने लिखा कि जिन्होंने राम भक्तों और हनुमान भक्तों का अपमान किया, उनकी हालत आज खराब है। वे हिंदुत्व को नहीं समझते थे। कर्म का फल यहीं चुकाना पड़ता है, चुका रहे हैं। @DhangarRanjan यूजर ने लिखा कि आपकी बद्दुवाएं लगी हैं। एक यूजर ने लिखा कि कई लोगों की बद्दुवाएं उद्धव ठाकरे को लगी हैं, कंगना रनौत, नवनीत राणा को इन्होंने रुलाया था।

बता दें कि शिवसेना का नाम और चुनाव निशान मिलने के बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे बालासाहेब ठाकरे मेमोरियल पर पहुंचे, जहां उन्होंने शिवसेना के संस्थापक बालासाहेब की समाधि पर श्रद्धांजलि अर्पित कर नमन किया। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा, ‘आज चुनाव आयोग ने जो फैसला दिया है, वह लोकतंत्र के लिए घातक है। अब लाल किले से प्रधानमंत्री को घोषणा कर देना चाहिए कि लोकतंत्र खत्म हो गया है।